टीसीएस के नतीजों में दिखा दम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 5:42 PM IST

देश की प्रमुख आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस)ने आज चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी की आय बाजार के अनुमान से बेहतर रही और कंपनी पछले वित्त वर्ष के शानदार प्रदर्शन को इस साल भी जारी रखा है।
टीसीएस का शुद्ध मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में 5.2 फीसदी बढ़कर 9,478 करोड़ रुपये रहा। इसी तरह चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 16.2 फीसदी बढ़कर 52,758 करोड़ रुपये रही। तिमाही आधार पर इसमें 4.28 फीसदी का इजाफा हुआ है।
कंपनी की आय ब्लूमबर्ग के अनुमान 52,486 करोड़ रुपये से अ​धिक रही लेकिन पहली तिमाही में उसका मार्जिन पिछले साल की समान तिमाही से 2.4 फीसदी घटकर 23.1 फीसदी रही। वेतन वृद्धि से मार्जिन पर 150 आधार अंक का और यात्रा लागत से 30 आधार अंक का असर पड़ा है।
गार्टनर में विश्लेषक और वरिष्ठ निदेशक नवीन मिश्रा ने कहा, ‘टीसीएस की आय से पता चलता है कि उनके आईटी सेवा भागीदारों ने अपनी डिजिटल यात्रा को गति दी है और अपने कारोबार के जो​खिम को कम करने के लिए ग्राहक अनुभव में सुधार लाया है। क्लाउड, एआई, सुरक्षा, डेटा और एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों पर ​आईटी निवेश बढ़ने से आय में इजाफा हुआ है। गार्टनर का अनुमान है कि आईटी उद्योग की आय 2022 में 6.2 फीसदी बढ़ सकती है।’
टीसीएस ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 8.2 अरब डॉलर मूल्य के कुल अनुंबध पर हस्ताक्षर किए हैं। हालांकि पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही की तुलना में कंपनी की ऑर्डर बुक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कम रही क्योंकि उस दौरान दो बड़े सौदे किए गए थे। टीसीएस के प्रबंध निदेशक मुख्य कार्या​​धिकारी राजेश गोपीनाथन ने कहा, ‘हमें अपने ग्राहकों से अच्छी मांग मिलने की उम्मीद है। हम लगातार सर्वेक्षण करते रहते हैं ताकि मांग में नरमी के संकेत पहले ही मिल सके और अभी इस तरह का कोई संकेत नहीं है।’
बीएनपी पारिबा में शेयरखान के विश्लेषक आशीष दास ने कहा, ‘हमारा मानना है कि टीसीएस के पास मजबूत क्षमता, संपूर्ण सेवाएं और सभी तकनीकों में तगड़ी मौजूदगी है, इसलिए वह बाजार के मौकों को भुनाने के लिए अच्छी स्थिति में है। इसके अलावा टीसीएस को प्रतिकूल वृहद आर्थिक माहौल में भी वेंडर एकीकरण मुहिम से फायदा मिलने की संभावना है। हमारी इस शेयर पर खरीद रेटिंग है।’
हालांकि सभी इन आंकड़ों से खुश नहीं थे। प्रभुदास लीलाधर में रिसर्च एसोसिएट अदिति पाटिल ने नतीजों के फौरन बाद कहा, ‘यह राजस्व और मार्जिन दोनों मोर्चों पर चूक गई।’
डॉलर के लिहाज से कंपनी के प्रदर्शन ने बाजार को निराश किया। सालाना आधार पर स्थिर मुद्रा में डॉलर राजस्व 15.5 फीसदी बढ़कर 6.78 अरब डॉलर रहा। लेकिन पिछली तिमाही के आधार पर राजस्व में वृद्धि‍ महज 1.3 फीसदी रही। भौगोलिक आधार पर ब्रिटेन और यूरोप में रूस-यू्क्रेन युद्ध‍ का दबाव दिखा। कंपनी का ​​ब्रिटेन से राजस्व 3.3 फीसदी और यूरोप महाद्व‍ीप में 0.7 फीसदी घट गया।  
एक अहम चीज यह है​ कि नौकरी छोड़ने की रफ्तार नई ऊंचाई पर पहुंच रही है। यह आलोच्य तिमाही में 19.7 फीसदी रही, जो वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में 17.4 फीसदी के मुकाबले काफी अधिक है। आलोच्य तिमाही के दौरान कंपनी के कर्मचारियों की तादाद में शुद्ध‍ बढ़ोतरी 14,136 रही, जिससे कंपनी के कुल कर्मचारी बढ़कर 6,06,331 हो गए हैं।

First Published : July 8, 2022 | 11:46 PM IST