अपने ब्रांड निर्माण और विज्ञापन पर धुआंधार पैसे खर्च करने वाली टाइटन इंडस्ट्रीज लिमिटेड अपनी विज्ञापन योजनाओं को फिलहाल बदलने जा रही है।
टाटा समूह की घड़ी और जूलरी निर्माता यह कंपनी विज्ञापन की दीर्घकालीन योजनाओं की बजाय अब तात्कालिक योजना पर फोकस करने जा रही है। कंपनी के मुताबिक, टाइटन इंडस्ट्रीज ऐसी रणनीति पर काम कर रही है जिसके चलते तात्कालिक तौर पर उसकी बिक्री में इजाफा हो।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय के लिए कंपनी की छवि और उसका ब्रांड बनाने के लिए कंपनी ‘थीम एडवर्टाइजिंग’ का सहारा लेती रही है। इसके लिए कंपनी मोटी राशि खर्च करती रही है। हालांकि कंपनी आर्थिक मंदी के बावजूद अपने विज्ञापन बजट में कोई कटौती न करने का फैसला लिया है।
कंपनी के मुताबिक, विज्ञापन बजट में कटौती की गई तो इसका असर उसके राजस्व पर पड़ेगा। बहरहाल, इस साल टाइटन का विज्ञापन बजट 180 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। कंपनी अब तक 160 करोड़ रुपये खर्च भी कर चुकी है।
टाइटन इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक भास्कर भट्ट ने बताया, ”हमलोग ब्रांड-बिल्डिंग पर होने वाले विज्ञापन खर्च में कटौती करने जा रहे हैं, क्योंकि इसका लंबे समय में असर होता है। कंपनी की मौजूदा रणनीति ऐसे विज्ञापनों पर खर्च करने की है, जिसका तात्कालिक असर हो।
मांग तत्काल बढ़े ताकि बाजार से हम नगदी जुटा सकें। चूंकि हम रिटेल कारोबार में है, इसलिए बाजार पर पकड़ बनाए रखने के लिए बाजार से धन जुटाना बहुत जरूरी है।” फिलहाल टाइटन घड़ियों, आभूषणों, आईवियर फैशन एक्सेसरीज बेचने के लिए ‘द वर्ल्ड ऑफ टाइटन’, ‘तनिष्क’, ‘टाइटन आई’ और ‘फास्टट्रैक’ नाम से रिटेल आउटलेट चला रही है।
