टाटा स्टील वाहन क्षेत्र के इस्पात में अग्रणी स्थिति बनाए रखने तथा घरेलू और वैश्विक बाजार में आपूर्ति करने के लिए ओडिशा के कलिंगनगर में अपने नए कोल्ड रोलिंग मिलिंग (सीआरएम) परिसर को मजबूत कर रही है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस परिसर के इस्पात का एक बड़ा हिस्सा वाहन श्रेणी के लिए होगा। इस परिसर की सालाना क्षमता 22 लाख टन है और इसे वित्त वर्ष 23 में शुरू किया गया था।
वाहन उद्योग के स्तर के इस्पात के लिए महत्त्वपूर्ण प्रसंस्करण प्रणालियां – एनीलिंग और गैल्वनाइजिंग लाइनों पर काम चल रहा है। ये प्रणालियां अगली कुछ तिमाहियों के दौरान चालू हो जाने की उम्मीद है। टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (मार्केटिंग ऐंड सेल्स – फ्लैट प्रोडक्ट्स) प्रभात कुमार ने कहा कि नई कोल्ड रोलिंग और गैल्वनाइजिंग लाइनें वैश्विक विशिष्टताओं के अनुरूप इस्पात उत्पादन करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा, ‘हालांकि हमारा ध्यान मुख्य रूप से घरेलू वाहन बाजार पर होगा, लेकिन हमारे पास निर्यात की जरूरतें पूरी करने वाली क्षमता भी है।’
कलिंगनगर परिसर में वैश्विक क्षमताएं निर्मित करने के लिए टाटा स्टील यूरोपीय कंपनियों के साथ सहयोग कर रही है। कुमार ने कहा ‘एक तरह से कहें तो टाटा स्टील यूरोप हमारी तकनीकी साझेदार है।’ उन्होंने कहा ‘हम नीदरलैंड और ब्रिटेन में अपनी इकाइयों के साथ मिलकर कोटेड क्षेत्र में इस्पात विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं, क्योंकि यूरोप में इसका बड़े स्तर पर इस्तेमाल होता है।’
भारत के ऑटो ग्रेड इस्पात बाजार में टाटा स्टील की करीब 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी निप्पॉन स्टील और जमशेदपुर कंटीन्यूअस एनीलिंग ऐंड प्रोसेसिंग कंपनी के साथ संयुक्त उद्यम के तहत मलेशिया में एक यात्री वाहन विनिर्माता को थोड़ा निर्यात करती है।
जमशेदपुर के टाटा स्टील परिसर में वाहनों के हाई-ऐंड वाले कोल्ड रोलिंग (सीआर) इस्पात के लिए यह छह लाख टन वाली इकाई है। वाहन श्रेणी के लिए कोल्ड रोलिंग की जरूरतें जमशेदपुर, मेरामंडली और साहिबाबाद में कंपनी की अन्य लाइनों से भी पूरी की जाती हैं। टाटा स्टील देश में वाहन क्षेत्र के सभी प्रमुख मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) और उनकी सहायक कंपनियों को आपूर्ति करती है।