टाटा समूह की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की 18,000 करोड़ रुपये की शेयर पुनर्खरीद में टाटा संस ने अपने 2.48 करोड़ शेयर बेचे और कुल मिलाकर 11,164 करोड़ रुपये हासिल किए। इस बीच, सरकारी स्वामित्व वाली एलआईसी ने इसमें 11.7 लाख शेयर बेचे और 528 करोड़ रुपये प्राप्त किए। 2 लाख रुपये तक के शेयर रखने वाले छोटे शेयरधारकों ने पुनर्खरीद में 2.53 करोड़ शेयर बेचे, जो उनके लिए इस पुनर्खरीद में आरक्षित शेयर 60 लाख के मुकाबले करीब 4.22 गुना है। अन्य शेयरधारकों ने 27.57 करोड़ शेयर टेंडर किए थे जबकि कंपनी 3.4 करोड़ शेयर खरीदना चाह रही थी और इस तरह से टेंडर किया गया शेयर 8.1 गुना रहा।
छोटे शेयरधारकोंं के वैध आवेदनों की संख्या 9,77,300 रही और अन्य 1,51,377 आवेदन अन्य श्रेणी के शेयरधारकों की तरफ से आए। टीसीएस ने नियामकीय सूचना में यह जानकारी दी है। कुल मिलाकर 4 करोड़ शेयर इस पुनर्खरीद में 4,500 रुपये के भाव पर खरीदे गए, जो पिछले हफ्ते समाप्त हुआ। टीसीएस का शेयर मंगलवार को एनएसई पर 3,701 रुपये पर बंद हुआ। पुनर्खरीद के बाद टीसीएस में टाटा संस की हिस्सेदारी 72.19 फीसदी से बढ़कर 72.30 फीसदी पर पहुंच गई। इस बीच, सार्वजनिक शेयरधारिता 27.81 फीसदी से घटकर 27.7 फीसदी रह गई है। टीसीएस की कुल चुकता पूंजी अब घटकर 3.66 अरब शेयर रह गई है, जो पहले 3.7 अरब शेयर रही थी।
साल 2017 से टीसीएस चार बार पुनर्खरीद कर चुकी है और इस पर कुल मिलाकर 66,000 करोड़ रुपये खर्च की है।