टाटा समूह (Tata Group) अगले महीने तक दक्षिणी कर्नाटक में विस्ट्रॉन (Wistron) की 60 करोड़ डॉलर की फैक्टरी खरीदने के करीब है। मीडिया रिपोर्टों में यह दावा किया गया है। विस्ट्रॉन फैक्टरी में अभी क्यूपर्टिनो की कंपनी के लिए आईफोन तैयार होता है।
सूत्रों ने कहा कि विस्ट्रॉन टाटा को फोन को असेंबल करने की तकनीक बताती रहेगी और अधिग्रहण की इस प्रक्रिया के दौरान अपने कुछ कर्मियों को साथ रखेगी। साथ ही ऐपल इंक के बड़े अधिकारी फोन की सही तरीके से असेंबली सुनिश्चित करने के लिए कुछ समय तक संयंत्र के संचालन में भी शामिल रहेंगे। हालांकि, ऐपल के प्रवक्ता ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के द्वारा पूछे गए सवालों का कोई जवाब नहीं दिया।
इस अधिग्रहण पर टिप्पणी करते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट किया, ‘देश की शीर्ष कंपनियों को वैश्विक मूल्य श्रृंखला में शामिल करना प्रधानमंत्री की दूरदर्शी उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना का उद्देश्य है।’
टाटा समूह आईफोन बनाने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गई
उन्होंने कहा कि टाटा समूह आईफोन बनाने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गई है, जो एक सकारात्मक विकास है। टाटा ने पहले से ही आईफोन के पुर्जे बनाने के लिए ऐपल वेंडरों के साथ करार किया, जो आईफोन के उत्पादन लागत का 9 से 12 फीसदी है। वे सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप वित्त वर्ष 2026 तक मूल्यवर्धन 12 से 15 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी करने की टाटा की खोज का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।