अप्लायंसेज कंपनियों के उत्पादन में नरमी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 5:30 AM IST

स्थानीय लॉकडाउन, गैर-जरूरी रिटेल स्टोरों को बंद किए जाने और औद्योगिक ऑक्सीजन की अपूर्ति में कमी संबंधी चुनौतियों के मद्देनजर होम अप्लायंसेज विनिर्माताओं को विनिर्माण संबंधी गतिविधियों कुछ समय के लिए विराम देना पड़ सकता है। जापान की प्रमुख कंपनी पैनासोनिक हरियाणा में अपने झज्जर संयंत्र को सोमवार से अगले एक सप्ताह के लिए बंद रखेगी। कंपनी का कहना है कि लॉकडाउन संबंधी पाबंदियों के कारण मांग प्रभावित प्रभावित हो रही है।
पैनासोनिक इंडिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्याधिकारी मनीष शर्मा ने कहा, ‘जनवरी और मार्च के बीच बाजार में सकारात्मक रुझान दिख रहा था क्योंकि कोरोनावायरस के मामले कम थे और लोग खरीदारी करने के लिए बाहर निकल रहे थे। अप्रैल में कोविड के मामलों में तेजी आने के साथ ही उसकी रोकथाम के लिए कई शहरों में लॉकडाउन लगाए गए जिससे मांग को झटका लगा। ठीक उसी दौरान हमारे लोगों की सुरक्षा भी मायने रखता है। इसलिए हमने अपने झज्जर संयंत्र के परिचालन को अस्थायी तौर पर बंद करने का निर्णय लिया है। ऐसा एक सप्ताह के लिए किया गा है।’
पैनासोनिक अब उत्तर प्रदेश के नोएडा-ग्रेटर नोएडा बेल्ट की उन चुनिंदा कंपनियों में शामिल हो गई है जिन्होंने मांग में व्यवधान के कारण अपने विनिर्माण गतिविधियों को फिलहाल रोक दिया है। एलजी, सैमसंग, ओप्पो, वीवो, दाइवा और सुपरप्लास्ट्रॉनिक्स इस क्षेत्र में मौजूद हैं।
एलजी ने कहा कि उसका ग्रेटर नोएडा संयंत्र परिचालन में था। बिजनेस स्टैंडर्ड के दौरे के दौरान इस कारखाने के कर्मचारियों ने कहा कि परिचालन नहीं हो रहा था। नोएडा-ग्रेटर नोएडा बेल्ट में देश के करीब 50 से 60 फीसदी अप्लायंसेज एवं उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स का उत्पादन होता है जिनमें स्मार्टफोन और टीवी सेट भी शामिल हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनियां गंभीर प्रवासी संकट से भी जूझ रही हैं। इसके अलावा उन्हें वेल्डिंग और ब्राजिंग परिचालन के लिए औद्योगिक ऑक्सीजन की आपूर्ति में व्यवधान जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है।
गोदरेज अप्लायंसेज के कारोबार प्रमुख एवं कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा, ‘रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर और फ्रीजर जैसे कंप्रेसर आधारित उत्पादों में वेल्डिंग एवं ब्राजिंग के लिए औद्योगिक ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इन गतिविधियों में नरमी आने से उत्पादन प्रभावित होता। देश के अधिकतर होम अप्लायंसेज विनिर्माण संयंत्रों में 5 से 7 दिनों के लिए ही औद्योगिक ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। इन संयंत्रों को बंद करना पड़ रहा है क्योंकि ऐसे में उत्पादन को जारी रखना मुश्किल होगा।’
नंदी देश में ड्यूरेबल कंपनियों के शीर्ष संगठन कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड अप्लायंसेज मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष भी हैं। संगठन स्थिति पर करीबी नजर रख रहा है क्योंकि करीब एक तिहाई औद्योगिक बिक्री गमी के मौसम में ही होती है।
दाइकिन इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी कंवलजीत जावा ने कहा कि उद्योग में हो रहे सुधार को तगड़ा झटका लगेगा। उन्होंने कहा, ‘हम कोविड-19 वैश्विक महामारी की पहली लहर के कठिन दौर से अभी उबरे ही थे। इसके अलावा जिंस कीमतों में तेजी के कारण कीमत बढ़ाने संबंधी चुनौतियां बरकरार थीं। अब स्थानीय लॉकडाउन और ऑक्सीजन की सीमित आपूर्ति संबंधी नई चुनौतियां पैदा हो गई हैं। इससे उद्योग को तगड़ा झटका लगेगा।’

First Published : April 25, 2021 | 11:50 PM IST