सिंगापुर की कंपनी ने भारतीयों को दिया नोवेल का तोहफा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 2:02 AM IST

व्यावसायिक एप्लीकेशंस, सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस और सलाह के अलावा एशिया प्रशांत क्षेत्र में शैक्षिक कार्यक्रम और प्रशिक्षण सेवाएं मुहैया करवाने वाली सिंगापुर की कंपनी जेनोवेट सॉल्यूशंस पीटीई लिमिटेड भारत में जर्मनी के नोवेल का प्रमाणित कोर्स कराने जा रही है।


इस निजी कंपनी में सिंगापुर सरकार के स्वामित्व वाली टेमासेक होल्डिंग्स लिंक्ड इन्वेस्टमेंट्स ने भी कुछ फंड दिया है। गौरतलब है कि कंपनी कुछ समय पहले ही नोवेल की प्लेटिनम पार्टनर बनी है ताकि वह देश में व्यावसायिक तकनीकी सूचना कार्यक्रमों को सीखा सके। नोवेल जो सिक्योर आइडेटिटी मैनेजमेंट, वेब एप्लीकेशन डेवलपमेंट और क्रॉस-प्लैटफॉर्म नेटवर्किंग सेवाएं देती है, ने 2003 में सूसे लीनक्स एंटरप्राइज को लगभग 840 करोड़ रुपये में खरीदा था।

जेनोवेट के मुख्य कार्यकारी और संस्थापक एन्टॉन रविन्द्रन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हाल में, लीनक्स के भारतीय बाजार में काफी तेजी आई है, जैसे कि राजरू सरकारें ही इससे अपनाना चाहती हैं, क्योंकि यह लगभग निशुल्क है। हम जल्द ही भारत में हमारे केन्द्रों में नोवेल के चार प्रमुख प्रमाणित कार्यक्रम ऑफर करने जा रहे हैं- सर्टिफाइड लीनक्स एडमिनिस्ट्रेटर, सर्टिफाइड लीनक्स प्रोफेशनल, सर्टिफाइड लीनक्स इंजीनियर और नोवेलस सर्टिफाइड इंजीनियर।’

जेनोवेट का हर कार्यक्रम 80 घंटे की अवधि का होगा और कंपनी को उम्मीद है कि वह इस साल के दौरान 1,500 से 2,000 लीनक्स प्रोफेशनल्स को प्रशिक्षित कर लेगा। इस हर कार्यक्रम के लिए शुल्क का ढांचा 15 से 20 हजार रुपये के बीच में तय है।

फिलहाल जेनोवेट के देश के 9 शहरों, मुंबई, त्रिची, अहमदाबाद, पुणे, लखनऊ, मेंगलुरु, वडोदरा, हैदराबाद और बेंगलुरु में 11 केन्द्र हैं। रविन्द्रन का कहना है, ‘हम अगले 12 महीनों में 12 करोड़ रुपये के निवेश के साथ उत्तर और पूर्वी भारत में 6 और केन्द्र खोलने की योजना बना रहे हैं।’

आईटी सॉल्युशंस के मैदान में जेनोवेट ने एसएपी का अधिग्रहण किया है, जो एसएपी एशिया प्रंशात और आरडब्ल्यूडी टेक्नोलॉजीस के बीच एक संयुक्त उद्यम है। इस अधिग्रहण के जरिये जेनोवेट जल्दी ही आरडब्ल्यूडी का इन्फो पार्क मुहैया करवाने वाला है।

First Published : May 28, 2008 | 12:51 AM IST