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Silicon Valley Bank crisis: SVB की विफलता से ज्यादा असर नहीं – सरकारी अधिकारी

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अरूप रायचौधरी
Last Updated- March 12, 2023 | 10:28 PM IST

कैलिफोर्निया के ऋणदाता सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) के पतन का भारत पर कोई व्यापक आर्थिक दीर्घकालिक क्रमिक प्रभाव नहीं होना चाहिए, सिवाय इसके कि इससे शायद स्टार्टअप क्षेत्र की तरलता प्रभावित हो जाए, जो पहले ही रकम जुटाने की कवायद में नरमी झेल रहा है। सरकारी अधिकारियों और स्वतंत्र अर्थशास्त्रियों ने यह संभावना जताई है।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा कि हम देश में किसी भी व्यापक आर्थिक असर के संबंध में चिंतित नहीं हैं। घरेलू स्तर पर अदाणी के शेयरों का उतार-चढ़ाव बड़ा मसला था और फिर भी विस्तृत अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा। स्टार्टअप क्षेत्र पर संभावित प्रभाव पड़ सकता है।

शुक्रवार को सिलिकॉन वैली बैंक, जिसमें स्टार्टअपों को ऋण देना और उद्यम पूंजी फर्मों को सेवाएं प्रदान करना शामिल है, वह लेहमन ब्रदर्स के दिवालिया होने के बाद ऐसा सबसे बड़ा बैंक बन गया। लेहमन ब्रदर्स के दिवालिया होने से वर्ष 2008 का वित्तीय संकट पैदा हुआ। कैलिफोर्निया के बैंकिंग विनियामक ने बैंक बंद कर दिया और फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉर्प को रिसीवर के रूप में नियुक्त कर दिया।

बैंक की विफलता के कारणों में से एक था अमेरिकी कोषागार में इसका भारी निवेश, जिसके बारे में कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि वह निवेश 20 अरब डॉलर था। चूंकि फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति कम करने के लिए पिछले साल ब्याज दरों में इजाफा करना शुरू कर दिया, इसलिए SVB के बॉन्ड निवेश में कमी आ गई।

आर्थिक मंत्रालय के एक अन्य बड़े अधिकारी ने कहा कि हमारे लिए बहुत अधिक चिंता की बात नहीं होनी चाहिए, हालांकि हमें अभी भी यह देखना होगा कि क्या किसी भारतीय बैंक का SVB में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क था। यह उम्मीद की जा सकती है कि यह अमेरिकी फेड को अपनी ब्याज दर योजनाओं पर विचार करने के लिए मजबूर करेगा। यह एक ऐसा विचार है जिससे विश्लेषक सहमत हैं।

First Published : March 12, 2023 | 9:03 PM IST