सेराई का भारतीय बाजार पर जोर

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:42 PM IST

एचएसबीसी के निवेश वाले बिजनेस टु बिजनेस (बी2बी) डिजिटल प्लेटफॉर्म सेराई भारतीय बाजार में बड़ा दांव लगा रहा है क्योंकि  उसके 16,000 सदस्यों में से 7,000 से अधिक सदस्य भारत की कंपनियां हैं। सेराई वैश्विक बाजार में सुगमता लाने पर ध्यान केंद्रित करती है और उसका दायरा 110 देशों में विस्तृत है। सेराई के सदस्यों की संख्या में सबसे अधिक योगदान भारत करता है और 2019 में शुरू होने वाला यह प्लेटफॉर्म वृद्धि के मोर्चे पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। फरवरी 2020 के बाद उसके भारतीय सदस्यों में महीना दर महीना 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
सेराई के मुख्य कार्याधिकारी विवेक रामचंद्रन ने कहा, ‘भारत में हमें जो खुद के दम पर वृद्धि दिख रही है वह जबरदस्त है। हम इस बाजार में निवेश को लगातार जारी रखेंगे और न केवल एसएमई बल्कि हम मिडकैप कंपनियों को भी लक्षित करेंगे। भारत में दुनिया के कुछ सबसे बड़े संयंत्र एवं सबसे बड़े परिधान विनिर्माता इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं।’
सेराई अपने अपने प्लेटफॉर्म पर मई में आरएफक्यू (रिक्वेस्ट फॉर कोटेशन) की सुविधा शुरू की थी। इसके तहत प्राप्त कुल 3,000 में से 31.9 फीसदी आरएफक्यू भारत से प्राप्त हुए। सेराई पर महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु और गुजरात ने सबसे अधिक ट्रैफिक सृजित किया। शिवालिक पेंट्स, रेडनिक एक्सपोट्र्स और इंडियन डिजाइंस जैसी प्रमुख भारतीय कंपनियां इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं। हॉन्ग कॉन्ग की कंपनी सेराई के पास 120 लोगों की टीम है।

First Published : November 7, 2021 | 11:35 PM IST