देश की सबसे बड़ी उपभोक्ता वस्तु कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता का वार्षिक वेतन पैकेज 31 मार्च 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में 20.9 फीसदी घटकर 15.36 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी के ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, वेतन पैकेज में वेतन के अलावा भत्ते, बोनस, अनुलाभ और भविष्य निधि एवं पेंशन फंड में योगदान शामिल है। प्रमुख अधिकारियों को दिए जाने वाले स्टॉक ऑप्शन के बारे में वार्षिक रिपोर्ट में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
मानव संसाधन विशेषज्ञों ने कहा कि मुख्य तौर पर कोविड संबंधी चुनौतियों के कारण मेहता के वेतन पैकेज में कमी आई। मेहता ने शेयरधारकों के लिए जारी अपने बयान में कहा कि कोविड वैश्विक महामारी का लोगों के जीवन, आजीविका और कारोबार पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा है।
मेहता ने कहा, ‘वैश्विक महामारी के पहले कुछ महीनों के दौरान आवाजाही पर पाबंदियां लगने और आपूर्ति लाइनों में व्यवधान के कारण परिचालन संबंधी चुनौतियों काफी बढ़ गई थीं। चूंकि इस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के दौरान तीसरी लहर संबंधी आशंकाएं जताई जाने लगी हैं, इसलिए हमारा ध्यान लोगों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा पर केंद्रित रहेगा। साथ ही हम कोविड संबंधी पोर्टफोलियो की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने और उपभोक्ताओं की उभरती जरूरतों को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।’
कोविड वैश्विक महामारी का प्रभाव प्रबंधन के शीर्ष अधिकारियों के कुल वेतन पैकेज पर भी दिख सकता है। मेहता सहित कंपनी के शीर्ष चार वरिष्ठ अधिकारियों का कुल वेतन पैकेज वित्त वर्ष 2021 में 36.13 करोड़ रुपये रहा। इसमें मुख्य वित्तीय अधिकारी श्रीनिवास फाटक, कार्यकारी निदेशक (कानून एवं कॉरपोरेट मामले) देव बाजपेयी और कार्यकारी निदेशक (आपूर्ति शृंखला) विल्हेल्मस उइजेन शामिल हैं। शीर्ष चार वरिष्ठ अधिकारियों का कुल वेतन पैकेज वित्त वर्ष 2020 के मुकाबले 3.63 फीसदी कम रहा। वित्त वर्ष 2020 में उनका एकीकृत वेतन पैकेज 37.49 करोड़ रुपये रहा था।
हालांकि वित्त वर्ष 2021 में एचयूएल के कर्मचारियों के औसत वेतन से तुलना करने पर शीर्ष अधिकारियों का भुगतान कहीं अधिक रहा। उदाहरण के लिए, मेहता का वेतन पैकेज कर्मचारियों के औसत वेतन के मुकाबले 122 गुना अधिक है जबकि फाटक का करीब 57 गुना अधिक, बाजपेयी का करीब 44 गुना अधिक और उइजेन का करीब 65 गुना अधिक रहा।
एचयूएल का का कुल कारोबार एक साल पहले के मुकाबले 18.38 फीसदी बढ़कर 45,311 करोड़ रुपये हो गया। जबकि मुनाफा भी एक साल पहले के मुकाबले 18 फीसदी बढ़कर 7,954 करोड़ रुपये हो गया।
एचयूएल ने कहा है कि वित्त वर्ष 2021 में प्रबंधन से इतर कर्मचारियों के वेतन में औसत वृद्धि 3.4 फीसदी रही। साल के दौरान कंपनी के स्थायी कर्मचारियों की संख्या 8,525 थी।