साल 2021 के पहले छह महीनों के दौरान भारतीय स्टार्टअप के मूल्यांकन में तेजी दर्ज की गई। कुछ मामलों में मूल्यांकन महज छह महीनों में दोगुनी से अधिक हो गई है। जिन कंपनियों ने अपने मूल्यांकन में कई गुना वृद्धि दर्ज की है उनमें फ्लिपकार्ट, रेजरपे, ब्राउजरस्टैक, मोगलिक्स, बैजूस आदि शामिल हैं।
फ्लिपकार्ट ने हाल में 36.7 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 3.6 अरब डॉलर जुटाए थे जो पिछले वित्त पोषण के मुकाबले 50 फीसदी अधिक है। पिछली बार जुलाई 2020 में कंपनी ने 24.9 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर रकम जुटाई थी।
रेजरपे के मामले में 3 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 16 करोड़ डॉलर जुटाई गई है। इससे पहले कंपनी ने महज छह महीने पहले रकम जुटाई थी। उस दौरान रेजरपे ने 1 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 10 करोड़ डॉलर जुटाए थे। ऐसी तमाम कहानियां मौजूद हैं।
इन मूल्यांकन में उस वित्त पोषण की भी झलक मिलती है जो भारतीय स्टार्टअप परिवेश में हो रहा है। मीडिया खबरों के अनुसार, साल 2021 की पहली छमाही (जनवरी से जून) के दौरान भारतीय स्टार्टअप ने 10.5 अरब डॉलर जुटाए।
वैश्विक निवेशकों द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के निवेश में सॉवरिन फंड, निजी इक्विटी और क्रॉसओवर फंड शामिल हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि इससे भारत के डिजिटल कॉमर्स में निवेशकों के विश्वास का पता चलता है। डिजिटल कॉमर्स को उत्पादों सुविधा तक सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने के लिए लगातार बढ़ावा मिल रहा है।
ईवाई इंडिया के पार्टनर एवं नैशनल लीडर (ई-कॉमर्स एवं उपभोक्ता रुचि) अंकुर पाहवा ने कहा, ‘पिछले 6 से 7 महीनों के दौरान कई कंपनियों के मूल्यांकन में तेजी से इजाफा हुआ है और कई मामलों में विभिन्न वित्त पोषण दौर के दौरान मूल्यांकन दोगुना तक हो चुका है। हम उम्मीद करते हैं कि यह प्रवृत्ति फिलहाल जारी रहेगी क्योंकि डिजिटल में वृद्धि के मोर्चे पर भारत में निवेशकों की जबरदस्त दिलचस्पी दिख रही है।’
विश्लेषकों और उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, विशेष तौर पर ई-कॉमर्स, फिनटेक, एडटेक और सॉफ्टवेयर एज अ सर्विस (एसएएएस) जैसे क्षेत्रों में मूल्यांकन इस साल की शेष अवधि में दोगुना होने की उम्मीद है।
पाहवा ने कहा, ‘कोविड के कारण प्रौद्योगिकी एवं सेवाओं में वृद्धि के साथ-साथ भारत में डिजिटल परिवेश को बढ़ावा मिल रहा है जिससे निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। उसका प्रभाव कंपनियों के मूल्यांकन पर भी दिख रहा है।’
उदाहरण के लिए रेजरपे को ही लेते हैं। पिछले कुछ महीनों के दौरान रेजरपे के मूल्यांकन में मासिक आधार पर 40 से 45 गुना वृद्धि हुई है। कंपनी 2021 के अंत तक कुल भुगतान मूल्य को 50 अरब डॉलर तक पहुंचाने की योजना बना रही है जो फिलहाल 40 अरब डॉलर है।
ऑनलाइन होम सर्विसेज स्टार्टअप अर्बन कंपनी ने जून में एफ शृंखला के वित्त पोषण दौर के तहत 25.5 करोड़ डॉलर जुटाए जहां उसका मूल्यांकन दोगुना से अधिक बढ़कर 2 अरब डॉलर के पार पहुंच गया। इसमें प्रोसस वेंचर्स, ड्रैगोनियर और विलिंगटन मैनेजमेंट जैसे निवेशकों ने भाग लिया। इससे पहले 2019 में कंपनी ने टाइगर ग्लोबल के नेतृत्व में रकम जुटाई थी जिससे उसका मूल्यांकन बढ़कर 93.3 करोड़ डॉलर हो गया था। इसी साल अर्बन कंपनी 1 अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन के साथ यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया था। कंपनी ने 100 भारती शहरों एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करने की योजना बनाई है।
इसी प्रकार सबस्क्रिप्शन बिलिंग एवं राजस्व प्रबंधन प्लेटफॉर्म चार्जबी का मूल्यांकन महज छह महीनों के दौरान बढ़कर तिगुना हो गया। इसी मूल्यांन पर कंपनी ने जी शृंखला के वित्त पोषण के तहत 12.5 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
कानून फर्म टेकलेगिस एडवोकेट्स ऐंड सॉलिसिटर्स के मैनेजिंग पार्टनर सलमान वारिस के अनुसार, भारत में फिलहाल 52 यूनिकॉर्न मौजूद हैं और यह एक सबसे तेजी से उभरता स्टार्टअप परिवेश बन गया है।