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Kotak Mahindra Bank पर लगी पाबंदियां हटीं

आईटी खामियों के चलते लगे प्रतिबंध 10 महीने बाद खत्म, बैंक नए ग्राहक जोड़ने और क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए तैयार

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सुब्रत पांडा   
Last Updated- February 12, 2025 | 11:00 PM IST

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा कोटक महिंद्रा बैंक पर लगाई गईं कारोबार संबंधी पाबंदियां दस महीने बाद आज हटा ली गईं। बैंकिंग नियामक ने निजी क्षेत्र के इस बैंक द्वारा किए गए सुधारात्मक उपायों से संतुष्ट होने पर सभी प्रतिबंध हटा लिए हैं। आरबीआई के इस फैसले के बारे में कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा कि वह डिजिटल चैनलों के जरिये नए ग्राहक बनाने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए रिजर्व बैंक के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।

इसके साथ ही पेटीएम पेमेंट बैंक को छोड़कर सभी बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से रोक एवं निषेध आदेश को हटा दिया गया है। इस पाबंदी के बाद बैंक ने कई सुधारात्मक उपाय करने के अलावा अनुपालन प्रस्तुत किए और अनुपालन के सत्यापन के लिए बाहरी ऑडिट भी कराया।

आरबीआई ने बयान में कहा, ‘बैंक ने पर्यवेक्षी चिंताओं को दूर करने के लिए सुधारात्मक उपाय किए हैं और नियामक को अनुपालन की जानकारी दी है। बैंक ने अनुपालन को सत्यापित करने के लिए आरबीआई की पूर्व अनुमति से बाहरी ऑडिट भी कराया है।’

बयान में यह भी कहा गया है, ‘कंपनी द्वारा जमा कराए गए दस्तावेज और सुधारात्मक उपायों से संतुष्ट होने के बाद रिजर्व बैंक ने अब कोटक महिंद्रा बैंक पर लगी पाबंदियों को हटाने का निर्णय लिया है।’ कोटक महिंद्रा बैंक ने कहा कि उसके द्वारा सुधारात्मक उपायों के सफल कार्यान्वयन के बाद नियामक ने यह निर्णय लिया है। बैंक ने कहा, ‘हम कोटक महिंद्रा बैंक पर लगाए गए कारोबार संबंधी पाबंदियों को हटाने के भारतीय रिजर्व बैंक के फैसले का स्वागत करते हैं। बैंक ने यह निर्णय सुधारात्मक उपायों को सफलतापूर्वक लागू किए जाने और एक बाहरी ऑडिट के जरिये अनुपालन के सत्यापन के बाद लिया है।’

पिछले साल अप्रैल में आरबीआई ने बैंक द्वारा अपनी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रणालियों में खामियों को दूर करने में विफल रहने का हवाला देते हुए उस पर पाबंदी लगाई थी। नियामक का कहना था कि आईटी प्रणाली में खामी के कारण पिछले दो वर्षों के दौरान बैंक की कोर बैंकिंग प्रणाली और ऑनलाइन माध्यम में बार-बार बाधा आई जिससे ग्राहकों को असुविधा हुई।

आरबीआई ने कहा था कि 2022 और 2023 में बैंक की आईटी जांच के बाद गंभीर चिंताएं थीं, और बैंक व्यापक तौर पर तय समय में उन चिंताओं को दूर करने में विफल रहा। रिजर्व बैंक द्वारा लगाई गई पाबंदियों के बाद दिसंबर 2024 तक कोटक महिंद्रा बैंक के क्रेडिट कार्ड की संख्या 9,78,860 कार्ड घटकर 50.2 लाख रह गई जो अप्रैल में 60 लाख से अधिक थी।

पाबंदियों के बाद बैंक के शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) में भी काफी गिरावट दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में उसका मार्जिन घटकर 4.93 फीसदी रह गया जो वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 5.02 फीसदी और वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 5.28 फीसदी रहा था। जनवरी 2024 में अशोक वासवानी को कोटक महिंद्रा बैंक का नया एमडी एवं सीईओ नियुक्त किए जाने के कुछ ही महीनों बाद ये प्रतिबंध लगा दिए गए थे।
(बिज़नेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक परिवार के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है।)

First Published : February 12, 2025 | 11:00 PM IST