डीएसपी मेरिल लिंच और आईएलएफएस की ओर से सत्यम के प्रवर्तक रामलिंग राजू के गिरवी रखे शेयरों को मार्जिन मनी की वजह से बेचने के बयान के बावजूद सरकार के एक अधिकारी ने कहा इन शेयरों की बिक्री राजू के सलाह से की गई थी।
सूत्रों के मुताबिक, मायटास इन्फ्रा सौदा रद्द होने के बाद 17 दिसंबर को जब सत्यम के शेयरों की कीमत में भारी गिरावट आ रही थी, तब राजू ने कर्जदाताओं से कहा था कि वे गिरवी रखे शेयरों को बेच दें।
अगर ऐसा नहीं किया गया, तो आगे मार्जिन मनी और घट सकती है। सूत्रों का कहना है कि चार कंपनियों ने 5.2 करोड़ शेयरों के एवज में राजू को करीब 600 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। जिस समय कर्ज दिया गया था, उस समय इन शेयरों की कीमत 1250 करोड़ रुपये थी।
कर्ज देने वालीचार कंपनियों में डीएसपी मेरिल लिंच, आईएलएफएस फाइनैंस, डायचे बैंक और एक निजी क्षेत्र के बैंक शामिल हैं। आईएलएफएस को ट्रस्टी बनाया गया था। इन कंपनियों ने 5 जनवरी को कंपनी के शेयरों की कीमत 172 रुपये थी, तब काफी संख्या में शेयर बेचे गए थे।