facebookmetapixel
अमेरिका के बाद यूरोप में खुले भारत के सी-फूड एक्सपोर्ट के नए रास्तेबारिश-बाढ़ से दिल्ली में सब्जियों के दाम 34% तक बढ़े, आगे और महंगाई का डरपब्लिक सेक्टर बैंकों को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर करना होगा फोकस: SBI चेयरमैन शेट्टीGST 2.0: फाडा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कंपनसेशन सेस क्रेडिट अटका तो होगा 2,500 करोड़ का नुकसानप्रीमियम स्कूटर बाजार में TVS का बड़ा दांव, Ntorq 150 के लिए ₹100 करोड़ का निवेशGDP से पिछड़ रहा कॉरपोरेट जगत, लगातार 9 तिमाहियों से रेवेन्यू ग्रोथ कमजोरहितधारकों की सहायता के लिए UPI लेनदेन पर संतुलित हो एमडीआरः एमेजॉनAGR बकाया विवाद: वोडाफोन-आइडिया ने नई डिमांड के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख कियाअमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओ

गिरवी शेयर राजू ने बिकवाए

Last Updated- December 09, 2022 | 10:07 PM IST

डीएसपी मेरिल लिंच और आईएलएफएस की ओर से सत्यम के प्रवर्तक रामलिंग राजू के गिरवी रखे शेयरों को मार्जिन मनी की वजह से बेचने के बयान के बावजूद सरकार के एक अधिकारी ने कहा इन शेयरों की बिक्री राजू के सलाह से की गई थी।


सूत्रों के मुताबिक, मायटास इन्फ्रा सौदा रद्द होने के बाद 17 दिसंबर को जब सत्यम के शेयरों की कीमत में भारी गिरावट आ रही थी, तब राजू ने कर्जदाताओं से कहा था कि वे गिरवी रखे शेयरों को बेच दें।

अगर ऐसा नहीं किया गया, तो आगे मार्जिन मनी और घट सकती है। सूत्रों का कहना है कि चार कंपनियों ने 5.2 करोड़ शेयरों के एवज में राजू को करीब 600 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। जिस समय कर्ज दिया गया था, उस समय इन शेयरों की कीमत 1250 करोड़ रुपये थी।

कर्ज देने वालीचार कंपनियों में डीएसपी मेरिल लिंच, आईएलएफएस फाइनैंस, डायचे बैंक और एक निजी क्षेत्र के बैंक शामिल हैं। आईएलएफएस को ट्रस्टी बनाया गया था। इन कंपनियों ने 5 जनवरी को कंपनी के शेयरों की कीमत 172 रुपये थी, तब काफी संख्या में शेयर बेचे गए थे।

First Published - January 15, 2009 | 11:25 PM IST

संबंधित पोस्ट