भवीश अग्रवाल का नया एआई चैटबॉट कृत्रिम आखिरकार पेश कर दिया। ये ओपनएआई के चैटजीपीटी की तरह काम करेगा और दो भाषाओं – अंगेजी तथा हिंदी में उपलब्ध है। जहां चैटजीपीटी और कृत्रिम, दोनों ही कई मामलों में समान परिणाम देने की क्षमता रखते हैं, वहीं कभी कभी चैटजीपीटी ज्यादा व्यापक प्रतिक्रियाएं देता है।
एक्स पर जारी एक पोस्ट में अग्रवाल ने कृत्रिक के पब्लिक बीटा की पेशकश की घोषणा की। उन्होंने लिखा है, ‘वादे के अनुसार कृत्रिम एआई पब्लिक बीटा को आज पेश कर दिया गया। यह हमारे और जमाने के उत्पादों के लिए एक शुरुआत है। अभी बहुत कुछ आना बाकी है और जैसे-जैसे हम इस आधार पर निर्माण करेंगे इसमें भी काफी सुधार होगा। हमें अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें।’
कृत्रिम को अप्रैल 2023 में शुरू किया गया था। इस साल जनवरी में कंपनी ने 1 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 5 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई।