शहरी भारतीय इसलिए ऑनलाइन खरीदारी पसंद करते हैं ताकि उन्हें समय पर सामान की डिलिवरी मिल सके और उसके लिए वे प्रीमियम शुल्क का भी भुगतान करने के लिए भी तैयार रहते हैं। मगर देश के बाकी हिस्सों में उपभोक्ताओं का पूरा ध्यान छूट और ऑफर्स पर रहता है।
यह खुलासा पीडब्ल्यूसी इंडिया की गुरुवार को जारी रिपोर्ट ‘हाउ इंडिया शॉप्स ऑनलाइनः कंज्यूमर प्रीफरेंसेस इन द मेट्रोपॉलिसेज ऐंड टीयर 1-4 सिटीज’ में है। रिपोर्ट एक सर्वेक्षण पर आधारित है, जिसमें 2,100 लोगों ने भाग लिया था। इसमें शहरी उपभोक्ता उन लोगों को कहा गया है कि दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में रहते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ऑनलाइन खरीदारी को प्राथमिकता देने वाले शहर उपभोक्ता तुरंत डिलिवरी को प्राथमिकता देते हैं और इसके लिए प्रीमियम शुल्क भी चुकाने को तैयार रहते हैं। जबकि, देश के बाकी हिस्से के लोग छूट और मोल-भाव पर जोर देते हैं।’
पीडब्ल्यूसी इंडिया में पार्टनर और बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन लीडर सौमिक गोस्वामी ने कहा, ‘ई-कॉमर्स कंपनियों की वृद्धि का अगला चरण देश के मझोले, छोटे और कस्बाई इलाकों के ग्राहकों को आकर्षित कर पूरा होगा। शहरी लोगों के विपरीत इनके पास दुकानों और ब्रांडों के सीमित विकल्प रहते हैं इसलिए वे ऑनलाइन खरीदारी करते हैं।’
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि क्यों भारतीय ऑनलाइन खरीदारी करना चाहते हैं। इसमें कहा गया है, ‘दुकानों में छूट और विशेष ऑफरों की कमी के साथ-साथ सप्ताहांत में मॉल में लोगों की भारी भीड़ के कारण भी शहरी लोगों ने ऑनलाइन खरीदारी को तरजीह देनी शुरू कर दी है।’
देश के अन्य हिस्से के लोग प्रीमियम ब्रांड के दुकानों की कमी, कुछ उत्पादों की गैरमौजूदगी और दुकानों में जानकार कर्मचारियों की कमी के कारण भी ऑनलाइन खरीदारी करते हैं। उल्लेखनीय है कि देश के सभी हिस्से के लोग ई-कॉमर्स कंपनियों की वेबसाइट के बजाय मोबाइल ऐप्लिकेशन के जरिये खरीदारी करना पसंद करते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘नैविगेशन में आसानी, आसान यूजर इंटरफेस (जो वैश्विक दर्जे के हैं) और स्थानीय भाषाओं में सेवा देने से उपभोक्ता इसका अधिक उपयोग करते हैं। अधिक श्रेणियों की सुविधा मिलने से मार्केट प्लेस ऐप्लिकेशन भी अधिक डाउनलोड किए जाते हैं।’ साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्राहक भी अपनी सेवा और मदद के लिए चैटबॉट की बजाय व्यक्तिगत समाधान चाहते हैं।