वर्ष 2007 के शानदार प्रदर्शन ने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल हैंडसेट निर्माता कंपनी नोकिया को वर्ष 2007 के शानदार प्रदर्शन ने विश्व का पांचवा सबसे मंहगा ब्रांड बना दिया है।
कोका-कोला, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम और जेनरल इलेक्ट्रिक के बाद नोकिया का नंबर आता है।नोकिया इंडिया के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी. शिवकुमार ने यहां बताया कि मोबाइल हैंड सेट उद्योग के मुनाफे में नोकिया की हिस्सेदारी 64 फीसदी है जबकि विश्व भर में उसकी 38 प्रतिशत बाजार भागीदारी है। 2006 में कंपनी छठे नंबर थी, लेकिन 2007 में यह पांचवे नंबर पर पहुंच गई।
हर महीने 70 लाख मोबाइल ग्राहक जोड़ने वाला भारत नोकिया के विकास में अग्रणी भूमिका वाला देश रहा है और चीन के बाद वह कंपनी के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। शिवकुमार ने कहा कि भारत में 3.6 अरब यूरो के वार्षिक कारोबार ने कंपनी के 2040 अरब रुपये के वैश्विक कारोबार में सात प्रतिशत हिस्सेदारी प्रदर्शित की है।
यह पूछने पर कि भारत कब तक नोकिया के लिए नंबर वन बाजार बन जाएगा, उन्होंने कहा कि चीन से हमें 5.9 अरब यूरो का कारोबार मिल रहा है जबकि भारत में 144 अरब रुपये का कारोबार हुआ। उन्होंने कहा कि चीन के बराबर पहुंचने में भारत को कुछ समय लगेगा।