मंदी में भी परिचालन मुनाफा जस का तस बनाए रखने के प्रयास में ज्यादातर एफएमसीजी कंपनियों के विज्ञापन और विपणन (एऐंडएम) खर्चे में कमी दर्ज की गई है।
जनवरी से मार्च की तिमाही में गोदरेज कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) के एऐंडएम खर्च में जहां 85 फीसदी कमी हुई, वहीं मैरिको और इमामी ने इस मद में क्रमश: 20 और 7 फीसदी की कमी की है।
एंजिल ब्रोकिंग में एफएमसीजी क्षेत्र के एक निवेशक ने बताया, ”पिछले साल जिंस की कीमतों में हुई वृद्धि के चलते कंपनियों के मुनाफे पर नकारात्मक असर हुआ था। इस वजह से एफएमसीजी कंपनियां अब अपना मार्जिन दुरुस्त करने में लगी हैं। ऐसे में सबसे पहले विज्ञापन और विपणन बजट पर गाज गिराई जा रही है।”
इन कंपनियों को विज्ञापन की दरों में कमी होने से भी फायदा हुआ है। मैरिको के मिलिंद सरवटे ने हाल में बिानेस स्टैंडर्ड को बताया था कि विज्ञापन की दरों में कमी होने से हमें काफी राहत मिली है। वैसे जनवरी से मार्च की तिमाही में कंपनी के बीच मैरिको ने कई उत्पादों की लॉन्चिंग की।
जीसीपीएल और इमामी की बात करें तो अप्रैल से जून की तिमाही में बड़े कैम्पेन की योजना के चलते जनवरी से मार्च के दौरान एऐंडएम खर्च में कमी की गई। गोदरेज समूह के आदि गोदरेज ने बताया, ”बीती तिमाही में हमने इस मद में निवेश में कटौती इसलिए की कि अप्रैल-मई में आईपीएल पर काफी खर्च की योजना रही है।”
इमामी ने भी अप्रैल से सितंबर के बीच की 2 तिमाहियों में विज्ञापन और विपणन पर 50 फीसदी निवेश बढ़ाने की योजना बनाई है। जनवरी से मार्च के दौरान कंपनी ने इस मद में जहां 20.45 करोड़ रुपये खर्च किए, वहीं अप्रैल से सितंबर के बीच वह 60-70 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है अगले महीनों के दौरान कंपनी 3 नए विज्ञापन लॉन्च करने वाली है।
नवरत्न कूल पाउडर के ऐड में शाहरुख खान, नवरत्न तेल के ऐड में अमिताभ बच्चन और बोरोप्लस के ऐड में अमिताभ और करीना दिखाई देंगे। इमामी कंपनी समूह के निदेशक आदित्य अग्रवाल ने बताया, ”अप्रैल से सितंबर के दौरान इमामी ने 300 करोड़ रुपये की बिक्री का लक्ष्य रखा है। मास मीडिया के अलावा कंपनी सीधी भागीदारी की भी योजना बना रही है।”
हिंदुस्तान यूनिलीवर और कोलगेट पामोलिव के बारे में भी उम्मीद की जा रही है कि इनके विज्ञापन और विपणन बजट में कमी आई होगी। मालूम हो कि इन कंपनियों ने अभी अपना परिणाम घोषित नहीं किया है।
अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही में कोलगेट पामोलिव के एऐंडएम खर्च में 26 फीसदी की गिरावट हुई थी तो एचयूएल के खर्च में 2 फीसदी। वैसे डाबर और प्रॉक्टर ऐंड गैंबल ने इस मद में अपने निवेश में क्रमश: 30 और 47 फीसदी की बढ़ोतरी की है। बहरहाल बीते वित्त वर्ष के दौरान मैरिको, जीसीपीएल और इमामी के एऐंडएम खर्च में क्रमश: 2, 9 और 17 फीसदी का इजाफा हुआ।
