टाटा समूह की करीब दो दर्जन कंपनियों के शेयरों के मूल्यांकन में अगस्त से अब तक 4.2 लाख करोड़ रुपये (55 अरब डॉलर) की बढ़ोतरी हुई है। फीसदी के लिहाज के यह बढ़ोतरी 22 फीसदी बैठती है और कुल बाजार पूंजीकरण 23.6 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इस अवधि में टीसीएस, टाटा मोटर्स और टाइटन के बाजार पूंजीकरण में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई जबकि फीसदी के लिहाज से नेलको (130 फीसदी), टाटा पावर (79 फीसदी) के बाजार पूंजीकरण में सबसे ज्यादा उछाल देखी गई।
बुधवार को समूह ने अपने बाजार पूंजीकरण में 64,000 करोड़ रुपये से ज्यादा जोड़े, जिसे प्राइवेट इक्विटी फर्म टीपीजी की तरफ से टाटा समूह की इलेक्ट्रिक वाहन इकाई में 1 अरब डॉलर के निवेश से मजबूती मिली। बाजार पर नजर रखने वालों ने कहा कि टाटा समूह की तरफ से एयर इंडिया के अधिग्रहण ने भी समूह की फर्मों क शेयरों के प्रति सकारात्मक सेंंटिमेट सृजित किया है। समूह का प्रस्तावित सुपरऐप टाटान्यू एक अन्य संकेतक है, जिस पर बाजार की नजर है। नमक से लेकर सॉफ्वेयर तक में मौजूद टाटा समूह अभी देश का सबसे मूल्यवान समूह है और भारत के कुल बाजार पूंजीकरण 270.7 लाख करोड़ रुपये में उसका योगदान करीब 9 फीसदी है।