नैनो पेश होने के बाद से ही उसका मुकाबला करने की बात से इनकार करने वाली मारुति सुजूकी इंडिया ने भी आखिरकार इस छोटी कार का पीछा करने की ठान ही ली है।
टाटा मोटर्स की इस बहुचर्चित कार की टक्कर में देश की सबसे बड़ी यात्री कार निर्माता मारुति सुजूकी ने भी घरेलू बाजार में 660 सीसी की कार पेश करने का फैसला किया है। सुजूकी जापान में पहले ही सर्वो मोड नाम से 660 सीसी की कार पेश कर चुकी है।
मारुति सुजूकी इंडिया के प्रबंध निदेशक शिंजो नाकानिशी का कहना है, ‘सुजूकी की 660 सीसी की कार भारतीय बाजार में मुफीद रहेगी। लेकिन इसे पेश करने में कुछ वक्त लग सकता है।’ उनका कहना है कि घरेलू बाजार में इस कार को पेश करने के रास्ते में उनके सामने तीन अड़चनें हैं।
पहली तो यह कि कंपनी ने ‘के सीरिज’ इंजन संयंत्र में भारी निवेश किया है। इस सीरिज के इंजन का इस्तेमाल कंपनी की ‘ए स्टार’ और ‘रिट्ज’ जैसी कारों में किया जाता है। नाकानिशी का कहना है कि उनका पहला लक्ष्य इस लगाई गई रकम से मुनाफा कमाना है।
नाकानिशी के मुताबिक इतनी छोटी कार लाने में दूसरी दिक्कत उत्पादन के मामले में आएगी क्योंकि कंपनी के पास फिलहाल गुड़गांव और मानेसर में ही दो संयंत्र हैं और वहां बनने वाली स्विफ्ट और डिजायर कारों का उत्पादन 660 सीसी की कार के लिए कम नहीं किया जा सकता।
तीसरी और आखिरी दिक्कत 660 सीसी की कार को भारत-4 मानक पर खरा उतरना होगा, जिससे कार की लागत बढ़ जाएगी। इन सब बातों को देखते हुए घरेलू बाजार में 660 सीसी की कार पेश करने के लिए कुछ देर लग सकती है।
मारुति 800 और ओमनी को बंद करने के सिलसिले में कुछ दिन पहले आई खबरों पर नाकानिशी का कहना है कि मारुति 800 वाकई अगले साल से 11 प्रमुख शहरों में आना बंद हो जाएगी। लेकिन ओमनी को तकनीशियन आदर्श मानकों के हिसाब से ढालने की कोशिश कर रहे हैं।
उनका कहना है कि हर महीने औसतन 7,000 ओमनी बिकती हैं, इसलिए उसे बंद करना कारोबारी लिहाज से ठीक नहीं होगा। नाकानिशी का कहना है कि अब ऑल्टो कंपनी की एंट्री लेवल कार होगी और उसकी कीमत कम हो सकती है।
नई राह पर पहिए
660 सीसी की कार पेश करेगी मारुति
टाटा मोटर्स की नैनो को मिलेगी कड़ी चुनौती
ऑल्टो होगी मारुति की एंट्री लेवल कार
ओमनी के बाजार में बने रहने की उम्मीद
