इंजीनियरिंग और निर्माण क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (L&T) ने आज कहा कि उसने भारतीय नौसेना की पनडुब्बी की निविदा के लिए बोली लगाने के वास्ते स्पेन की जहाज विनिर्माण करने वाली कंपनी नवंतिया के साथ समझौता किया है, जिसकी कीमत 4.8 अरब यूरो (5.26 अरब डॉलर) से अधिक रहने की संभावना है।
यह समझौता छह टोही पनडुब्बियों की खरीद के लिए 43,000 करोड़ रुपये के भारतीय नौसेना के ठेके में संयुक्त रूप से बोली लगाने के लिए किया गया है। करीब एक महीना पहले जर्मनी की रक्षा कंपनी टिसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने इस परियोजना के लिए बोली लगाने के वास्ते समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। यह खरीद ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत की जानी है।
एक समारोह में समझौते पर हस्ताक्षर
एलऐंडटी कंपनी ने एक बयान में कहा ‘लार्सन ऐंड टुब्रो और स्पेन की कंपनी नवंतिया ने भारतीय नौसेना के पी75 (भारत) पनडुब्बी कार्यक्रम के लिए तकनीकी-वाणिज्यिक बोली बलाने के मकसद से आज एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।’
दिल्ली में आयोजित एक समारोह में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर एलऐंडटी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रमण्यन, नवंतिया बोर्ड के सदस्य ऑगस्टिन अल्वारेज ब्लैंको और स्पेन के राजदूत जोस मारिया रिदाओ डोमिंगुएज उपस्थित थे।
रक्षा मंत्रालय ‘प्रोजेक्ट-75 (भारत)’ कार्यक्रम के तहत भारतीय नौसेना के लिए देश में निर्मित छह पारंपरिक पनडुब्बियों की खरीद की प्रक्रिया में है। पनडुब्बियों का विनिर्माण भारत में होगा। इन पनडुब्बियों का विनिर्माण बहुचर्चित रणनीतिक साझेदारी (एसपी) मॉडल के तहत किया जाएगा, जिसमें घरेलू रक्षा विनिर्माताओं को उच्च-स्तरीय सैन्य साजो-सामान का उत्पादन करने के लिए प्रमुख विदेशी रक्षा कंपनियों के साथ हाथ मिलाने का मौका मिलता है।