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IndiGrid का बड़ा निवेश: राजस्थान में सोलर और कर्नाटक में ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट के लिए ₹2108 करोड़ की डील की

इंडिग्रिड ने 2108 करोड़ रुपये में राजस्थान और कर्नाटक में दो प्रोजेक्ट की डील की है, जिससे रिन्यूएबल और पावर ट्रांसमिशन सेक्टर में उसकी मौजूदगी और मजबूत होगी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- June 07, 2025 | 2:52 PM IST

भारत की प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट कंपनी इंडिग्रिड ने शनिवार को दो बड़े प्रोजेक्ट्स खरीदने की घोषणा की। कंपनी ने राजस्थान में एक सोलर प्रोजेक्ट और कर्नाटक में एक ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट को कुल 2108 करोड़ रुपये में खरीदने की डील की है। समायोजन के बाद इन प्रोजेक्ट्स की कुल वैल्यू 2,175 करोड़ रुपये तक हो सकती है। ये डील्स इंडिग्रिड को रिन्यूएबल एनर्जी और बिजली ट्रांसमिशन के क्षेत्र में और मजबूत करेंगी।

इसमें पहला प्रोजेक्ट है रिन्यू सोलर आयन प्राइवेट लिमिटेड (आरएसएपीएल), जो राजस्थान के बाड़मेर में 300 मेगावाट का सोलर प्लांट है। ये मार्च 2024 से चल रहा है और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) के साथ 25 साल का पक्का कॉन्ट्रैक्ट है, जिसमें 2.37 रुपये प्रति यूनिट की फिक्स्ड रेट पर बिजली बेची जाएगी। बाड़मेर में सूरज की तेज रोशनी इस प्रोजेक्ट को खास बनाती है। ये रिन्यू सोलर पावर की 100% सब्सिडियरी है और इंडिग्रिड के 2024 में खरीदे एक और प्रोजेक्ट के पास ही है, जिससे कामकाज में आसानी होगी।

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इसमें दूसरा प्रोजेक्ट है कोप्पल नरेंद्र ट्रांसमिशन लिमिटेड (केएनटीएल)। यह कर्नाटक में बिजली की ट्रांसमिशन लाइनों का प्रोजेक्ट है। यह अक्टूबर 2023 से चल रहा है, जिसमें 276 किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइनें और 2500 एमवीए की ट्रांसफॉर्मर क्षमता है। ये प्रोजेक्ट रिन्यू सोलर पावर (51%) और नॉरफंड व केएलपी की जॉइंट कंपनी (49%) के पास था। ये इलाका तेजी से ग्रिड बढ़ाने वाला है, तो इंडिग्रिड को भविष्य में और मौके मिल सकते हैं।

इंडिग्रिड के एमडी हर्ष शाह ने कहा, “ये डील्स हमारे उस प्लान का हिस्सा हैं, जिसमें हम ग्रिड को मजबूत करने और बिजली पहुंचाने वाले प्रोजेक्ट्स में पैसा लगाना चाहते हैं।” कंपनी इस खरीद के लिए अपने फंड, इंटरनल रिसोर्स और लोन का इस्तेमाल करेगी। डील के बाद कंपनी का कर्ज/एसेट रेशियो 62% होगा, जिससे आगे बढ़ने की गुंजाइश बनी रहेगी।

दोनों प्रोजेक्ट्स की डील को रेगुलेटरी और कॉन्ट्रैक्ट की मंजूरी मिलनी बाकी है। इंडिग्रिड दोनों में पूरी हिस्सेदारी और मैनेजमेंट कंट्रोल लेगी। ये कदम इंडिग्रिड को रिन्यूएबल और ट्रांसमिशन सेक्टर में और बड़ा खिलाड़ी बनाएगा।

First Published : June 7, 2025 | 2:52 PM IST