देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के मुख्य कार्याधिकारी एवं संयुक्त प्रबंध निदेशक मनोज कोहली ने कंपनी में अपनी सारी हिस्सेदारी खुले बाजार में बेच कर सबको चकित कर दिया।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक, कोहली ने इस महीने की 6 और 9 तारीख को कंपनी के 1.23 लाख शेयर 7.24 करोड़ रुपये में खुले बाजार में बेच दिए। इससे इस बात की अफवाह भी जोरों पर है कि कोहली कंपनी को छोड़कर जा सकते हैं।
कोहली का कहना था कि उन्होंने निजी कारणों से भारती एयरटेल में अपनी सारी हिस्सेदारी बेची है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कंपनी नहीं छोड़ रहे हैं और वह कंपनी के सीईओ और संयुक्त प्रबंध निदेशक बने रहेंगे।
दिल्ली के समीप गुड़गांव के रहने वाले कोहली मार्च 2006 में भारती एयरटेल के अध्यक्ष बने। इससे पहले वह वर्ष 2002 में कंपनी की मोबाइल सेवा के प्रमुख थे। अभी उनके जिम्मे कंपनी की मोबाइल सेवा, ब्रॉडबैंड और टेलीफोन सेवा के साथ-साथ एंटरप्राइजेज सर्विसेज भी है। इतनी अहम जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया।
मनोज ने अपने करियर की शुरुआत 1979 में डीएमसी लिमिटेड के साथ की। इसके बाद कुछ सालों तक उन्होंने एलाइडसिग्नल में भी कार्यकारी निदेशक के तौर पर काम किया। भारती एयरटेल के साथ जुड़ने से पहले वह एस्कोटेल में सीईओ थे।
दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) से वाणिज्य में स्नातक कोहली शुरू से मेधावी छात्र रहे हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ और एमबीए की डिग्री भी हासिल की। इसके साथ ही उच्च शिक्षा के लिए वह मिशिगन बिजनेस स्कूल गए और वहां एडवांस मैनेजमेंट का विशेष कोर्स किया।
कोहली सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन भी रह चुके हैं। मीडिया ट्रांसेशिया की ओर से वर्ष 2000 में कोहली को टेलीकॉम मैन ऑफ इंडिया के सम्मान से नवाजा जा चुका है।
