पिछले साल मार्च में भारत में गूगल क्लाउड के प्रमुख नियुक्त किए गए करण बाजवा को पदोन्नति मिली है। अब वह एशिया प्रशांत में कंपनी की अगुआई करेंगे। माइक्रोसॉफ्ट व आईबीएम के दिग्गज बाजवा गूगल क्लाउड के सभी क्षेत्रीय राजस्व और गो टु मार्केट ऑपरेशंस की अगुआई करेंगे, जिसमें गूगल क्लाउट प्लेटफॉर्म व गूगल वर्कस्पेस शामिल है। बाजवा अब रिक हर्षमैन की जगह लेंगे, जो नए मौकेकी तलाश में कंपनी छोड़ रहे हैं।
बाजवा अभी गुरुग्राम में तैनात हैं, लेकिन इस साल उन्हें सिंगापुर भेजा जाएगा। जब तक नए वरिष्ठ कर्मी की नियुक्ति नहींं हो जाती तब तक वे भारत मेंं गूगल क्लाउड की अगुआई करते रहेंगे। बाजवा अब गूगल क्लाउड के अध्यक्ष (बिक्री) रॉब एंसलिन को रिपोर्ट करेंगे।
एंसलिन ने कहा, मार्च 2020 में भारत में बाजवा के गूगल क्लाउड से जुडऩे के बाद कंपनी मेंं काफी मजबूती देखने को मिली है। वाजवा ने भारत के विभिन्न उद्योगों की कई कंपनियों की डिजिटल यात्रा को काफी आगे बढ़ाया है और कामयाबी के साथ हमारे साझेदार समुदाय का विस्तार किया है। उनके पास प्रबंधन व बिक्री का अच्छा अनुभव है और क्षेत्रीय की भूमिका में इसका फायदा कंपनी को मिलेगा।
एशिया प्रशांत मेंं गूगल क्लाउड ने काफी बढ़त दर्ज की है। कंपनी के साथ एएनजेड बैंक, लेंडलीज, ऑप्टस, शेयरचैट व टेक महिंद्रा जैसे ग्राहक जुड़े हैं। अन्य ग्राहकों में एलऐंडटी फाइनैंस, विप्रो, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉक्सकॉन, किया मोटर्स, गो-जेक, टोकोपीडिया और एक्सएल एग्जियाटा शामिल हैं। कंपनी लगातार क्षेत्र में तकनीकी बुनियादी पर निवेश कर रही है। उसने जकार्ता और सोल में पिछले साल गूगल क्लाउड प्लेटफॉर्म पेस किया, जिसका विस्तार दिल्ली व मेलबर्न में साल 2021 में करने की योजना है।
बाजवा ने कहा, साल 2020 मेंं पैदा हुआ अवरोध अब पीछे रह गया है और साल 2021 की सही परख इस पर होगी कैसे कंपनियां क्लाउड पर न सिर्फ सुदृढ़ता के लिए आती हैं बल्कि नवोन्मेष के लिए भी। एपीएसी में गूगल क्लाउड के कारोबारी की अगुआई के मौके को लेकर मैं उत्साहित हूं।
गूगल, क्लाउट कंप्यूटिंग सर्विसेज में वर्चस्व के लिए एमेजॉन वेब सर्विसेज, माइक्रोसॉफ्ट और अलीबाबा के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
एचसीएल ने पूरा किया डीडब्ल्यूएस का अधिग्रहण
एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने मंगलवार को कहा कि उसने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) समाधान देने वाली ऑस्ट्रेलिया की कंपनी डीडब्ल्यूएस का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने पिछले साल सितंबर में डीडब्ल्यूएस का अधिग्रहण करने की घोषणा की थी। यह एक ऐसा कदम है जो भारतीय कंपनी को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद करेगा। एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने शेयर बाजारों से कहा कि उसने 5 जनवरी, 2021 को डीडब्ल्यूएस का अधिग्रहण पूरा कर लिया।
सितंबर में एचसीएल टेक ने कहा था कि 1,318.30 लाख शेयरों के बदले कुल इक्विटी मूल्य भुगतान 15.82 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी करीब 850.33 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। कंपनी ने कहा था कि डीडब्ल्यूएस के शेयरधारकों को 0.03 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर प्रति शेयर का लाभांश भी मिलेगा जो कि कंपनी द्वारा हाल ही में वित्त वर्ष 2020 (जून-अंत) के सालाना वित्तीय परिणाम में घोषित किया गया था। डीडब्ल्यूएस के मेलबर्न, सिडनी, एडिलेड, ब्रिसबेन और कैनबरा में 700 से अधिक कर्मचारी और कार्यालय हैं। । भाषा