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JSW इन्फ्रास्ट्रक्चर का IPO सफल, सीमेंट कारोबार की लिस्टिंग पर अनिश्चितता

JSW ग्रुप बंदरगाह और सीमेंट कारोबार को सफलता की गाथा में बदलने का प्रयास कर रहा है

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अमृता पिल्लई   
Last Updated- September 28, 2023 | 10:20 PM IST

सज्जन जिंदल का जेएसडब्ल्यू ग्रुप अपने सीमेंट और बंदरगाह कारोबारों को सफलता की गाथा में तब्दील करने का एक और प्रयास कर रहा है। दोनों में समय सीमा चूकने का इतिहास रहा है। हालांकि बंदरगाह कारोबार ने प्रगति की है, लेकिन विश्लेषक सीमेंट क्षेत्र की सहायक कंपनी की संभावनाओं के बारे में अनिश्चितता जता रहे हैं।

बंदरगाह कार्यक्षेत्र – जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर ने बुधवार को 2,800 करोड़ रुपये का अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बंद किया और इसे 37.37 गुना आवेदन मिले। जेएसडब्ल्यू ग्रुप के मामले में यह तीसरा आईपीओ था। जेएसडब्ल्यू स्टील और जेएसडब्ल्यू एनर्जी पहले से ही शेयर बाजार में सूचीबद्ध हैं और अपने-अपने क्षेत्रों की शीर्ष कंपनियां हैं।

समूह का पिछला आईपीओ जेएसडब्ल्यू एनर्जी का था, जो दिसंबर 2009 में आया था। हालांकि जेएसडब्ल्यू एनर्जी और जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर के आईपीओ के बीच 13 साल से भी ज्यादा का यह अंतर योजनाबद्ध नहीं था। वर्ष 2017 में जिंदल ने संवाददाताओं को बंदरगाह कारोबार सूचीबद्ध करने की अपनी योजना के बारे में जानकारी दी थी।

खबरों में समूह के चेयरमैन के हवाले से कहा गया था कि बंदरगाह कारोबार का क्षमता उपयोग कम से कम 10 करोड़ टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) तक पहुंचने के बाद वर्ष 2019 या 2020 में ऐसा (सूचीबद्ध) हो सकता है। इसी तरह जेएसडब्ल्यू के सीमेंट कारोबार के लिए आईपीओ की योजना पर पहले भी चर्चा की जा चुकी है।

मीडिया की पिछली खबरों के मुताबिक जेएसडब्ल्यू सीमेंट के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने सीमेंट कारोबार वित्त वर्ष 20 में सूचीबद्ध किए जाने के संकेत दिए थे। वर्ष 2019 में बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ साक्षात्कार में पार्थ जिंदल ने वर्ष 2021 में कारोबार को सूचीबद्ध करने की अपनी योजना के बारे में बताया था। लेकिन यह कारोबार अब तक सूचीबद्ध नहीं हुआ है। इस साल अगस्त में जिंदल ने इस सूचीबद्धता के लिए वित्त वर्ष 25 की नई समयावधि दी थी।

इन दोनों कारोबारों के क्षमता विस्तार लक्ष्यों में एक समान प्रवृत्ति दिखाई दी है। वित्त वर्ष 23 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट में जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर ने कहा था कि उसका लक्ष्य वर्ष 2030 तक सालाना 30 करोड़ टन क्षमता हासिल करना है। पिछली वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी द्वारा पहले घोषित किया गया लक्ष्य 20 करोड़ टन था। इसे मूल रूप से वर्ष 2020 तक पूरा किया जाना था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

मार्च 2023 तक जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर की कुल क्षमता 15.8 करोड़ टन प्रति वर्ष थी। इस बंदरगाह कंपनी ने वर्ष 1999 में परिचालन शुरू किया था, लेकिन मौजूदा क्षमता का आधे से भी अधिक भाग पिछले पांच वर्षों में जोड़ा गया है। इसे वर्ष 2020 में चेट्टीनाड ग्रुप ऑफ कंपनीज के बंदरगाह कारोबार के अधिग्रहण से भी मदद मिली है।

First Published : September 28, 2023 | 10:20 PM IST