ऑनलाइन लर्निंग और घर से काम करने के लिए अतिरिक्त जरूरतों की वजह से पिछले साल के दौरान देश में पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) और लैपटॉप की मांग में 50 प्रतिशत तक के इजाफे के बावजूद प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एचपी ने कहा है कि चिप की मौजूदा किल्लत देश को परेशान करने वाली एक बड़ी चुनौती है।
एचपी इंडिया के प्रबंध निदेशक केतन पटेल ने कहा है कि ऑनलाइन लर्निंग से भारत में पीसी की मांग बहुत बढ़ी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 की जनवरी से दिसंबर की अवधि के दौरान इस क्षेत्र में मांग में पिछले वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी गई है।
पटेल ने कहा कि चिप की कमी के कारण वृद्धि की तुलना में मांग अधिक रही है। मांग मजबूत बनी हुई है, जबकि चिप की कमी ने हमें हर वक्त परेशान किया हुआ है। यह एक चुनौती रही है और हम इसका रास्ता निकालने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। तकरीबन 30 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ एचपी देश में डेस्कटॉप की प्रमुख विके्रेता हुआ करती थी। पिछले साल दिसंबर में कंपनी ने घोषणा की थी कि उसने अपनी मेक इन इंडिया पहल के तहत भारत में लैपटॉप सहित कई पीसी उत्पादों का निर्माण शुरू कर दिया है।
गुरुवार को एचपी इंडिया ने अपनी रिपोर्ट फ्यूचर ऑफ लर्निंग स्टडी 2022 पेश की, जिसमें इस बात का संकेत दिया गया है कि 98 प्रतिशत माता-पिता, 99 प्रतिशत शिक्षक भविष्य के लिए सीखने के हाइब्रिड प्रारूप को पसंद कर रहे हैं। 91 प्रतिशत छात्रों का भी यह मानना है कि ऑनलाइन लर्निंग पारंपरिक रूप से कक्षा में सीखने की पूरक होती है। पटेल ने कहा कि इस बदलाव के लिए बेहतर तकनीक और उपकरणों की आवश्यकता है।
