देश की प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इन्फोसिस का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का नतीजा बाजार के अनुमान से बेहतर रहा। विप्रो का मुनाफा लगभग सपाट रहा लेकिन उसकी आय में अच्छी मजबूती देखी गई। हालांकि आईटी क्षेत्र में प्रतिभाओं की मांग बढऩे से प्रमुख आईटी कंपनियों में कर्मचारियों की नौकरी छोडऩे की दर ऊंची बनी हुई है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2021 में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 12.2 फीसदी बढ़कर 9,769 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने 4,500 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 18,000 करोड़ रुपये के शेयर पुनर्खरीद कार्यक्रम की भी घोषणा की है। इसी तरह इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में 11.8 फीसदी बढ़कर 5,809 करोड़ रुपये पर पंहुच गया। इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपने राजस्व वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 19.5 से 20 फीसदी कर दिया है।
टीसीएस ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसकी आय 16.3 फीसदी बढ़कर 48,885 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने कहा कि निदेशक मंडल ने 4,500 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 18,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर पुनर्खरीद की सिफारिश की है। टीसीएस के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा, ‘हम ग्राहकों के नवोन्मेष और विकास यात्रा की जरूरतों पर गौर करते हुए नए जमाने का परिचालन मॉडल अपनाने में भी उनकी मदद कर रहे हैं।’ इन्फोसिस की 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में आय 22.9 फीसदी बढ़कर 31,867 करोड़ रुपये रही। इन्फोसिस के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, ‘मजबूत प्रदर्शन और बाजार हिस्सेदारी हासिल करना इस बात का प्रमाण है कि हमारे ग्राहकों को उनके डिजिटल कायाकल्प में मदद करने के लिए हम पर कितना भरोसा है।’ विप्रो का एकीकृत शुद्घ लाभ इस दौरान 2,969 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा है लेकिन परिचालन आय 29.6 फीसदी बढ़कर 20,313.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। विप्रो के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक थिएरी डेलापोर्ट ने कहा कि राजस्व और मार्जिन के मोर्चे पर यह लगातार पांचवीं तिमाही है जबकि हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है।
सभी आईटी कंपनियां कहती रहीं हैं कि कर्मचारियों की कंपनी छोडऩे की दर में आगे कमी आएगी लेकिन तस्वीर कुछ और ही बयां करती है। तीसरी तिमाही में इन्फोसिस में कर्मचारियों की कंपनी छोडऩे की दर 25.5 फीसदी रही जो दूसरी तिमाही में 20.1 फीसदी है। विप्रो की स्थिति भी इससे अलग नहीं है। विप्रो में कर्मचारियों की कंपनी छोडऩे की दर 22.7 फीसदी रही, जो दूसरी तिमाही में 20.5 फीसदी थी। टीसीएस में यह दर 15.3 फीसदी रही, जो शीर्ष तीन आईटी कंपनियों में सबसे कम है।
