हॉटमेल को स्थापित करने और इसे वर्ष 1998 में करीब 40 करोड़ डॉलर में माइक्रोसॉफ्ट के हाथों बेचने वाले आईटी उद्यमी सबीर भाटिया फिर से एक नए व्यवसाय में लौटे हैं।
मंगलवार को भाटिया ने उद्देश्य-केंद्रित सोशल वीडियो प्लेटफॉर्म शो-रील को पेश किया जो रोजगार चाहने वालों को उनकी पसंद की कंपनियां तलाशने में मदद करेगा। सबसे पहले भारत, और फिर अमेरिका में पेश किया जा रहा यह प्लेटफॉर्म रोजगार तलाशने वालों को अपने स्वयं के प्रोफेशनल वीडियो प्रोफाइल बनाने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने अपने बिजनेस मॉडल को बढ़ाने के लिए 6 महीने का लक्ष्य रखा है।
अब सवाल उठता है कि क्या भाटिया लिंक्डइन की नकल कर रहे हैं? या पेशेवर नेटवर्क के तौर पर इसे स्थापित करना चाहते हैं?
भाटिया का मानना है कि उनका प्लेटफॉर्म लिंक्डइन से अलग है। वह कहते हैं कि उनकी पहली कोशिश सफल नहीं रही थी, क्योंकि वह ऐसे ऐप से संबंधित थी जो संभावित रोजगार चाहने वालों से टेक्स्ट-आधारित सवाल पूछता है। वह कहते हैं, ‘लेकिन तब से मैंने मॉडल में बदलाव किए हैं।’
अब भाटिया सोचे-समझे सवालों के साथ रोजगार तलाशने वालों का साक्षात्कार लेते हैं। भाटिया कहते हैं, ‘ऐप पर ये सवाल प्रतिक्रियाओं को बढ़ावा देते हैं, जो किसी व्यक्ति के लिए पाठ्य संबंधित सवालों की सीरीज पेश करने के मुकाबले ज्यादा स्वाभाविक है और लिंक्डइन प्रोफाइल के मुकाबले 10 गुना महत्वपूर्ण है।’
हालांकि लिंक्डइन के पास भी वीडियो की सुविधा है और भाटिया यह स्वीकार करते हैं कि यह उनकी पेशकश का यूएसपी नहीं है। वह इस तथ्य के बावजूद टिकटॉक की आकर्षक वृद्घि का उदाहरण देते हैं कि फेसबुक पहले से ही अपलाडिंग वीडियो के फीचर से संपन्न है। भाटिया कहते हैं, ‘लेकिन टिकटॉक में किसी गाने को अभिनय या उसे फनी वीडियो में तब्दील करने की आकर्षक क्षमता थी। इसी वजह से वह लोकप्रिय हुआ।’
उनका कहना है कि यदि उनके प्लेटफॉर्म पर वीडियो लिंक्डइन पर भी अपलोड हो तो हमें बेहद खुशी होगी। उनका कहा है, ‘हम उनके साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर रहे हैं, हम साथ रहेंगे। आपको किसी के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करनी है, आपको स्वयं के लिए सिर्फ जगह बनाने की जरूरत है।’
भाटिया कहते हैं कि नया प्लेटफॉर्म तैयार करने का यह आइडिया महामारी की वजह से अपना रोजगार खो चुके अरबों लोगों की समस्याओं का समाधान निकालने की उनकी कोशिश का हिस्सा है।
