अगर आप अलग-अलग ओवर-द-टॉप (ओटीटी) सेवा प्रदाताओं की सामग्री देखने में दिलचस्पी रखते हैं तो एमेजॉन प्राइम ने इसके लिए एक खास इंतजाम किया है। एमेजॉन के प्राइम वीडियो ने एक साथ कई ओटीटी प्रदाताओं की सामग्री अपने ऐप्लिकेशन पर लाने की शुरुआत की है। दूसरे शब्दों में कहें तो प्राइम वीडियो ने देश में सबस्क्रिप्शन वीडियो मनोरंजन के लिए एक खास मंच तैयार करने में की दिशा में पहला कदम उठाया है।
प्राइम वीडियो ने वीडियो सामग्री दिखाने वाले आठ वैश्विक एवं भारतीय ओटीटी चैनल से समझौते किए हैं। इन सेवा प्रदाताओं की सामग्री प्राइम वीडियो पर उपलब्ध रहेंगी। एमेजॉन प्राइम के ग्राहक अब विभिन्न ओटीटी चैनल बिना किसी रुकावट या बाधा के देख पाएंगे और उन्हें इनके लिए अलग-अलग बिल का भी भुगतान नहीं करना होगा। ग्राहक एमेजॉन प्राइम वीडियो के जरिये मोबाइल और टीवी दोनों पर ओटीटी चैनल की सेवा (सबस्क्रिप्शन) ले पाएंगे। 24 सितंबर से प्राइम वीडियो ऐप पर डिस्कवरी प्लस, लॉयन्सगेट प्ले, डॉक्यूबे, इरोस नाऊ, होइचोई, मनोरमा मैक्स, मुबी और शॉर्ट टीवी की सामग्री भी उपलब्ध होंगी। इस तरह, एमेजॉन प्राइम वीडियो की सामग्री के अलावा उसके ग्राहक दूसरे ओटीटी चैनल की 10,000 से अधिक सामग्री देख पाएंगे।
इस नई सुविधा की शुरुआत के मौके पर एमेजॉन प्राइम के कंट्री मैनेजर गौरव गांधी ने कहा, ‘भारत 12वां ऐसा देश होगा जहां प्राइम वीडियो यह सेवा शुरू कर रही है। हमने दुनिया भर के 350 से अधिक चैनल के साथ समझौते किए हैं और आगामी हफ्तों और महीनों में भारत में और अधिक चैनल जोड़े जाएंगे। हमें लगता है कि एमेजॉन प्राइम के अलावा हमारे ग्राहक दूसरी ओटीटी सामग्री का भी लुत्फ उठाते हैं। अब इनके लिए उन्हें दूसरी जगह जाने की जरूरत नहीं है और एमेजॉन प्राइम वीडियो ऐप पर सारी चीजें आराम से देख सकते हैं।’ प्राइम वीडियो अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, ब्राजील, कनाडा और स्पेन सहित दुनिया के दूसरे देशों में भी यह सेवा दे रही है। मगर जापान के बाद भारत एशिया का दूसरा ऐसा देश होगा जहां वह यह सुविधा शुरू कर रही है। गांधी ने कहा कि एमेजॉन इन ओटीटी सेवा प्रदाताओं के लिए वितरक का काम करेगी।
उन्होंने कहा कि एमेजॉन इन कंपनियों को उनके ग्राहकों को संख्या बढ़ाने में भी मदद करेगी। भारत में फिलहाल आठ करोड़ ऐसे ग्राहक हैं जिन्होंने कोई न कोई ओटीटी सबस्क्रिप्शन ले रखा है। गांधी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान प्राइम ग्राहकों की संख्या 3 गुना बढ़ी है। मीडिया पार्टनर्स एशिया के अनुसार वर्ष 2020 में वीडियो सब्सक्रिप्शन खंड में कुल राजस्व में एमेजॉन 19 प्रतिशत हिस्सेदारी (अनुमानित 50.4 करोड़ डॉलर) थी।
नेटफ्लिक्स 38 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे चल रही थी और इसके बाद 21 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ डिज्नी हॉटस्टार का स्थान था। एमेजॉन की इस नई पहल से उसे कुल राजस्व (विज्ञापन से होने वाली कमाई सहित) में सबस्क्रिप्शन से प्राप्त होने वाले राजस्व का हिस्सा बढ़ाने में मदद मिलेगी। हालांकि एमेजॉन ने राजस्व संबंधी आंकड़ा देने से इनकार कर दिया। बीओएफए की एक रिपोर्ट के अनुसार एमेजॉन प्राइम का रोजाना सक्रिय उपयोगकर्ताओं और मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या का अनुपात अगस्त में 17 प्रतिशत रहा, जो नेटफ्लिक्स के 22 प्रतिशत अनुपात से थोड़ा ही कम था। गांधी ने कहा कि एमेजॉन प्राइम वीडियो का कारोबार दूरसंचार कंपनियों से अलग है। दूरसंचार कंपनियां चैनलों को डेटा के साथ जोड़ देती हैं भले ही ग्राहक सभी चैनल देखना पंसद करें या नहीं। ग्राहकों के लिए एक ऐप से दूसरे ऐप में जाना भी आसान नहीं होता है। एमेजॉन के मामले में ग्राहकों स्वयं यह चुन सकते हैं कि उन्हें क्या देखना है। देश में मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या काफी अधिक है और ओटीटी कंपनियों के लिए इस लिहाज से अवसर भी अधिक है। गांधी का कहना है कि चैनलों के साथ ग्राहकों को जोडऩे के लिए शुरू में कई तरह की विशेष छूट या सुविधाएं दी जाएंगी।
एमेजॉन प्राइम वीडियो अपनी पैठ बढ़ाने के लिए नए उपाय भी कर रही है। कंपनी ने एयरटेल के साथ मिलकर 89 रुपये प्रति महीने की दर से मोबाइल पर प्राइम वीडियो की सामग्री उपलब्ध करा रही है। नेटफ्लिक्स मोबाइल पर अपनी सामग्री दिखाने के बदले ग्राहकों से 199 रुपये प्रति महीने ले रही है। ओटीटी कारोबार पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के अनुसार नेटफ्लिक्स के कुल उपभोक्ताओं में आधे ऐसे हैं जो 199 रुपये देकर मोबाइल पर उसकी सामग्री देखते हैं।
