भारती एयरटेल के मुख्य कार्याधिकारी गोपाल विट्ठल ने आज कहा कि कोरोनावायरस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के कारण 5जी नीलामी में कुछ महीनों की देरी हो सकती है।
विट्ठल ने वित्तीय नतीजे के बाद विश्लेषकों से बातचीत में कहा, ‘इससे पहले की धारणा यह थी कि इसी साल दिसंबर तक नीलामी हो जाएगी लेकिन वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के कारण इसमें कुछ महीनों की देरी हो सकती है।’
इसी साल मार्च में आयोजित 4जी स्पेक्ट्रम नीलामी में रिलायंस जियो सबसे बड़ी बोलीदाता के तौर पर उभरी थी और उसने भारती एयरटेल एवं वोडाफोन आइडिया को एक बड़े मार्जिन से पछाड़ दिया था। केंद्र सरकार को इस दो दिवसीय नीलामी से 77,815 करोड़ रुपये हासिल होंगे। यह पिछले एक दशक में सबसे कम समय में पूरी होने वाली स्पेक्ट्रम नीलामी है।
कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर ने भारती एयरटेल को प्रभावित किया है क्योंकि कुछ खास ग्राहक वर्ग के सुदृढीकरण से उसे कुछ वित्तीय दबाव दिख रहा है।
विट्ठल ने कहा, ‘कंपनी के भीतर भी पिछले 45 दिनों के दौरान हमने करीब 12 फीसदी लोगों को कोविड से संक्रमित होते देखा है जो सितंबर 2020 के मुकाबले लगभग 5 गुना अधिक है। अफसोस की बात है कि हमें अपने 13 साथियों को खोना पड़ा है। जहां तक कोरोनावायरस के वित्तीय प्रभाव का सवाल है तो लॉकडाउन के कारण प्रवासी अपने घरों की ओर लौट रहे हैं और वे अपने सिम (फोन कनेक्शन) को दुरुस्त कर रहे हैं।’
भारती एयरटेल ने सोमवार को अपने वित्तीय नतीजे जारी किए। वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में कंपनी ने 759 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया। कंपनी ने केंद्र सरकार के बकाये सकल समायोजित राजस्व (एजीआर) के लिए प्रावधान रखने के बाद यह मुनाफा दर्ज किया। तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर 17.6 फीसदी बढ़कर 25,747 करोड़ रुपये हो गया जबकि तिमाही आधार पर उसमें 11.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। भारती एयरटेल का प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) तिमाही के दौरान 145 रुपये रहा। एआरपीयू को प्रति ग्राहक राजस्व सृजन का एक प्रमुख पैमाना माना जाता है। कंपनी के कुल राजस्व में उसके भारतीय कारोबार का योगदान 70 फीसदी से अधिक रहा और भारतीय कारोबार के कुल राजस्व में मोबाइल कारोबार का योगदान करीब तीन-चौथाई रहा। मोबाइल राजस्व में सालाना आधार पर 19.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
तिमाही के दौरान एयरटेल के 4जी डेटा ग्राहकों की संख्या 31.5 फीसदी बढ़कर 17.93 करोड़ हो गई और पिछली चार तिमाहियों के दौरान 4.3 करोड़ 4जी ग्राहक जुड़े। प्रति डेटा ग्राहक औसत डेटा उपयोगिता 16.4 गीगाबाइट प्रति महीना रही जबकि वॉइस उपयोगिता 1,053 मिनट प्रति ग्राहक प्रति महीना रही। तिमाही के दौरान एयरटेल ने 6,30,000 पोस्टपेड ग्राहक जोड़े जबकि 8,300 अतिरिक्त टावर चालू किए।