भारत की दिग्गज कंपनियां भी महत्त्वपूर्ण खनिजों के ब्लॉक की जनवरी में होने वाली नीलामी में रुचि दिखा सकती हैं। कंपनियों, उद्योग के दिग्गजों और जानकारों के मुताबिक अभी तक टाटा स्टील, वेदांत और एनएमडीसी जनवरी में होने वाली नीलामी का मूल्यांकन कर नीलामी में अवसरों को खोजेंगी। पहले दौर की बोली जमा करने की अंतिम तिथि 22 जनवरी है। इसमें चार खनिज ब्लॉकों और कंपोजिट लाइसेंस के लिए 16 खनिज ब्लॉकों के खनन पट्टे के लिए बोली लगाई जाएगी।
टाटा स्टील के प्रवक्ता से महत्त्वपूर्ण खनिजों में रुचि के बारे में सवाल पूछा गया था। इस पर उन्होंने कहा, ‘हम सरकार के प्रस्ताव का मूल्यांकन कर रहे हैं। टाटा स्टील ने अपने नैचुरल रिसोर्स डिवीजन के साथ जुलाई कंपनी की शुरुआत की है। यह कंपनी लिथियम सहित बैटरी खनिज से संबंधित खंड के आर्थिक व्यवहार्य अवसरों पर विचार करेगी।
कंपनी ने अपने हालिया जवाब में यह खुलासा नहीं किया था कि वह किन खनिजों को विकल्प के रूप में तलाशेगी। एक कानूनी परामर्श फर्म के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया, ‘हमें कुछ पूछताछ प्राप्त हुई हैं।’ वरिष्ठ अधिकारी ने यह स्पष्ट किया, ‘यह निश्चित है कि इसमें दिग्गज कंपनियां हिस्सा लेंगी।’
बैटरी के हिस्से बनाने वाली एक अन्य कंपनी के अधिकारी ने बताया, ‘मुझे अन्वेषण और खनन में कुछ दिग्गज के शामिल होने का अनुमान है। यह खनन का पूर्व अनुभव वाली बड़ी कंपनियों के लिए अधिक अनुकूल होगा।’
इन उम्मीदों के अनुरूप खनन दिग्गज वेदांता ने कहा कि वह भारत में खनन के अवसरों को तलाशेंगे। वेदांता समूह के प्रवक्ता ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के सवाल के जवाब में कहा, ‘हमेशा वेदांता की रुचि अवसरों को तलाशने में रही है। महत्त्वपूर्ण खनिजों के अन्वेषण और खनन की नीलामी में समान रूप से हिस्सा लिया जाएगा।’
महत्त्वपूर्ण खनिज में रुचि रखने वाली एक कंपनी हिंडाल्को भी है। कंपनी के प्रबंध निदेशक सतीश पाई ने नवंबर में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि हिंडाल्को जिनमें क्षेत्रों में हाथ आजमा रही है, उनसे संबंधित खनिज अयस्कों के खनन में कंपनी की रुचि होगी। हालांकि कंपनी के नीलामी प्रक्रिया में रुचि की पुष्टि नहीं हो पाई। इस स्टोरी पर टिप्पणी के लिए हिंडाल्को का प्रवक्ता अनुपलब्ध था।
सरकारी स्वामित्व वाले राष्ट्रीय खनन विकास निगम के भी इस नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लेने की उम्मीद है। इस मामले के जानकार ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया, ‘कंपनी योजना बनाने और उसका समय तक करने की प्रक्रिया में है।’ खनन करने वाली कंपनी के मैगनीज और लीथियम में रुचि दिखाने की उम्मीद है। एक प्रमुख समूह भारत के बाहर खनिजों की खोज कर रहा है।
इसके अधिकारी ने बताया, ‘समूह शुरुआती दौर में हिस्सा ले सकता है लेकिन यह स्पष्ट नहीं है।’ इससे उद्योग के अधिकारीगण भी सहमत हैं कि नीलामी के शुरुआती दौर में ज्यादा कंपनियां हिस्सा लेंगी। इसका कारण यह है कि ज्यादातर कंपनियों भारत में उपलब्ध अवसरों को बेहतर ढंग से समझ पाएंगी। इससे इन कंपनियों को भी फायदा होग।