इस साल भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग की कैंपस भर्ती में काफी कमी आने की आशंका है। कमजोर वैश्विक संकेतों और ग्राहकों के विवेकाधीन खर्च में कटौती के चलते ऐसा हो सकता है। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि इन्फोसिस और एचसीएल टेक की भर्ती में सुस्ती आने वाले वक्त में नए लोगों यानी फ्रेशर्स के लिए एक कठिन राह का संकेत देती है।
दूसरी तिमाही के नतीजों के मुताबिक, आईटी क्षेत्र की दिग्गज टीसीएस, इन्फोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के कर्मचारियों की संख्या में क्रमिक आधार पर कुल 15,800 की भारी गिरावट हुई। मुद्रास्फीति, ऊंची ब्याज दरों, कम निवेश और भू-राजनीतिक तनाव के कारण दूसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे भी उम्मीदों से कम रहे। वैश्विक वृद्धि में कमी से भी चिंताएं बढ़ गई हैं।
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जेपी मॉर्गन के जेमी डिमन ने चेतावनी दी है कि दुनिया ‘‘दशकों में सबसे खतरनाक समय’’ का सामना कर रही है। इस बीच 30 सितंबर, 2023 तक इन्फोसिस के कर्मचारियों की संख्या तिमाही आधार पर 7,530 घटकर 3,28,764 रह गई। कंपनी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह फिलहाल भर्ती के लिए कैंपस में नहीं जा रही है। उसने पिछले साल 50,000 फ्रेशर्स को भर्ती किया था।
टीसीएस के कुल कर्मचारियों की संख्या सितंबर, 2023 के अंत में तिमाही आधार पर 6,000 घटकर 6,08,985 रह गई। हालांकि, उसने चालू वित्त वर्ष में 40,000 फेशर्स को भर्ती करने का लक्ष्य बनाए रखा है।
टीसीएस के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी ने नियुक्तियां बंद नहीं की हैं, लेकिन नई भर्तियां कंपनी छोड़ने वाले लोगों की संख्या से कम हैं। एचसीएलटेक का कुल कर्मचारी आधार सितंबर के अंत में तिमाही आधार पर 2,299 घटकर 2,21,139 रह गया।