House Completion: कोरोना महामारी खत्म होने के साथ ही देश में मकान बनकर तैयार होने (house completion) की रफ्तार जोर पकड़ रही है। बीते दो साल से बड़े पैमाने पर मकान बनकर तैयार हो रहे हैं। इस साल मकान बनकर तैयार होने में 22 फीसदी से ज्यादा इजाफा हो सकता है।
संपत्ति सलाहकार फर्म एनारॉक और रियल एस्टेट उद्योग संगठन नारेडको की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के बाद मकान बनकर तैयार खूब हो रहे हैं। इस साल मकान बनकर तैयार होने का आंकड़ा 5 लाख पार कर सकता है। इस रिपोर्ट के अनुसार 7 प्रमुख शहरों में कोरोना वाले साल 2020 में 2.1 लाख मकान बनकर तैयार हुए थे, जो बीते 6 साल में सबसे कम थे। लेकिन इसके बाद इनकी संख्या में वृद्धि होने लगी।
कोरोना का असर कम होने के साथ वर्ष 2021 में 2.8 लाख मकान बनकर तैयार हुए, जबकि वर्ष 2022 में 44 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 4 लाख मकान बनकर तैयार हुए। पिछले साल यह आंकड़ा बढ़कर 4.4 लाख दर्ज किया गया। इस साल 22 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 5.3 लाख मकान बनकर तैयार होने की संभावना है।
मकानों की बिक्री बढ़ने के साथ ही बिना बिके मकानों की संख्या (unsold inventory) में कमी आ रही है। एनारॉक व नारेडको की रिपोर्ट के मुताबिक 7 प्रमुख शहरों में 2023 के अंत तक बिना बिके मकानों की संख्या 6 लाख थी, जो 2014 के बाद सबसे कम है। 2014 के अंत में यह आंकड़ा 6.98 लाख था। 2016 में यह 7.90 लाख के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इस समय बिना बिके मकानों की संख्या इतनी थी कि इनको बिकने में 40 महीने का समय लग जाए, जबकि पिछले साल अंत तक यह संख्या घटकर इतनी रह गई है कि इन्हें बिकने में 15 महीने लगेंगे।
एनारॉक व नारेडको की रिपोर्ट के अनुसार बीते 10 साल में मकानों की बिक्री अच्छी हुई है। एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी कहते हैं कि देश के 7 प्रमुख शहरों में 2014 से 2023 के बीच करीब 28.27 लाख मकान बिके हैं, जबकि इस दौरान 29.32 लाख मकान लॉन्च हुए हैं। मकानों की मांग बढ़ने के साथ ही इनकी कीमतों में भी 25 से 60 फीसदी इजाफा हुआ है।