घोटाले की लंबी रुकावट के बाद एक बार फिर कारोबारी जगत में सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज का शो शुरू करने के लिए इसके खरीददारों के नाम से पर्दा उठ गया है।
कंपनी को अपने निर्देशन में चलाने की इच्छुक कंपनियों के नाम दर्ज कराने के आखिरी दिन गुरुवार को एल ऐंड टी, स्पाइस कॉरपोरेशन और टेक महिंद्रा ने अपने-अपने रुचि पत्र दाखिल किए।
रुचि पत्रों को दाखिल करने के बाद सत्यम के लिए बोली में कीमत लगाने पर फैसला करने के लिए कंपनी के कानूनी और वित्तीय पक्ष से संबंधित ब्यौरों तक अब इन तीनों कंपनियों की पहुंच होगी।
बोर्ड रुचि पत्र के पैमाने पर खरी उतरने वाली कंपनियों को वित्तीय और कानूनी आंकड़े उपलब्ध कराएगा। खरीदारों को 20 मार्च तक अंतिम बोली सौंपनी है। हालांकि रुचि पत्र दाखिल करने का मतलब यह नहीं है कि संबंधित कंपनी अंतिम बोली प्रक्रिया में आवश्यक रूप से भाग लेगी।
सत्यम के प्रवक्ता ने बताया कि सत्यम कंप्यूटर का सरकार द्वारा नियुक्त बोर्ड शुक्रवार को रुचि पत्रों की जांच करेगा। इसके लिए बोर्ड की बैठक होगी। देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग कंपनी लार्सन ऐंड टूब्रो ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उसने सत्यम के लिए रुचि पत्र दाखिल कर दिया है।
एलऐंडटी इस समय सत्यम में अकेली सबसे बड़ी हिस्सेदार है। उसके पास इस समय कंपनी के 12 फीसदी शेयर हैं। बी.के. मोदी की स्पाइस कॉर्प और टेक महिंद्रा ने भी सत्यम की बोली प्रक्रिया में भाग लेने के लिए रुचि पत्र दाखिल किया है।
