एल्युमीनियम का उत्पादन करने वाली देश की अग्रणी कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 189 फीसदी बढ़कर 1,928 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही के मुकाबले लगभग तिगुना है। राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि से कंपनी के मुनाफे को बल मिला। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 669 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। तिमाही के दौरान कर मद में खर्च लगभग दोगुना होने के बावजूद कंपनी ने दमदार मुनाफा दर्ज किया।
कंपनी ने चौथी तिमाही के दौरान 40,507 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 38 फीसदी अधिक है। ब्लूमबर्ग के अनुमान के अनुसार, वित्त वर्ष 2021 की अंतिम तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 34,106 करोड़ रुपये हो सकती थी जबकि मुनाफा 1,847 करोड़ करोड़ रुपये होने का अनुमान था।
श्रेणीवार राजस्व के मोर्चे पर नोवेलिस ने सबसे अधिक 26,574 करोड़ रुपये का योगदान किया जबकि उसके बाद तांबा इकाई 8,508 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ दूसरे पायदान पर रही। तिमाही के दौरान एल्युमीनियम कारोबार से प्राप्त राजस्व एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले मामूली वृद्धि के साथ 5,969 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी का समेकित एबिटा सालाना आधार पर 33 फीसदी की वृद्धि और क्रमिक आधार पर 7 फीसदी की वृद्धि के साथ 5,597 रहा। कंपनी के एल्युमीनियम कारोबार का एबिटा 54 फीसदी बढ़कर 1,610 करोड़ रुपये की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया। वैश्विक स्तर पर नोवेलिस का समायोजित एबिटा 32 फीसदी बढ़कर 50.5 करोड़ डॉलर की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया जबकि एलेरिस कारोबार से एबिटा योगदान 6 करोड़ डॉलर रहा। पूरे वित्त वर्ष 2021 के लिए कंपनी का समेकित ऋण बोझ में 18,187 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई जबकि शुद्ध ऋण बोझ में 14,883 करोड़ रुपये की कमी दर्ज की गई।
कंपनी के प्रबंध निदेशक सतीश पई ने कहा, ‘चौथी तिमाही में हमारे दमदार वित्तीय नतीजे से हमारे बहीखाते को मजबूती मिली है। इससे एलेरिस के अधिग्रहण के बोझ से निपटने और शुद्ध ऋण बनाम एबिटा अनुपात को अधिग्रहण-पूर्व स्तर लाने में मदद मिली है। एलेरिस कारोबार का कुल राजस्व और एबिटा पर लगातार सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है।’ चौथी तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित शुद्ध ऋण बनाम एबिटा अनुपात सुधरकर 2.59 गुना हो गया जो 30 जून 2020 को 3.83 गुना के शीर्ष स्तर पर था। कंपनी का समेकित शुद्ध ऋण बोझ 31 मार्च 2021 के अनुसार 47,419 करोड़ रुपये था जबकि उसके पास 18,575 करोड़ रुपये की नकदी एवं नकदी समतुल्य परिसंपत्तियां थी।
ओएनजीसी की जगह लेगी टाटा स्टील
टाटा स्टील बेंचमार्क सेंसेक्स में ओएनजीसी की जगह लेगी। बीएसई ने शुक्रवार को यह घोषणा की। यह बदलाव 21 जून से प्रभावी होगा। विश्लेषकों ने कहा कि इस कदम से सेंसेक्स से जुड़ाव रखने वाले पैसिव फंडोंं की तरफ से टाटा स्टील में 11.9 करोड़ डॉलर का निवेश आएगा और ओएनजीसी में 5.8 करोड़ डॉलर की बिकवाली होगी। दिसंबर 2020 में डॉ. रेड्डीज ने 30 शेयरों वाले सेंसेक्स में टाटा स्टील की जगह ली थी। बीएस