कृत्रिम बुद्धमत्ता से संचालित टेलेंट एंगेजमेंट स्टार्टअप सेंस ने सी-शृंखला के वित्त पोषण दौर के तहत 1.6 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इस निवेश दौर का नेतृत्व अवतार वेंचर्स ने किया जिसमें ऐक्सेल और गूगल वेंचर्स जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भाग लिया।
इस निवेश दौर के साथ ही कंपनी ने कार्यकारी नेतृत्व टीम में नए सदस्यों को शामिल करते हुए भारत में अपनी वैश्विक मौजूदगी का भी विस्तार किया है। इनमोबि के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी संजय धर्मानी को सेंस इंडिया का प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है जबकि अवतार वेंचर पार्टनर्स के संस्थापक निशांत राव को कंपनी के बोर्ड में जगह दी गई है। बेंगलूरु का यह स्टार्टअप जुटाई गई रकम का इस्तेमाल अपने प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र को विकसित करने और डेटा साइंस, उत्पाद एवं इंजीनियरिंग टीम का विस्तार करते हुए प्रौद्योगिकी में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए करेगा।
सेंस की स्थापना 2015 में अनिल धरनी और पंजाज जिंदल ने की थी। यह एक एंटरप्राइज-रेडी समाधान है जो प्रतिभा अधिग्रहण टीम को एक सिस्टम ऑफ एंगेजमेंट उपलब्ध कराती है। यह पूरे प्रतिभा जीवनचक्र में बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत संचार को समर्थ बनाती है और नियोक्ताओं के लिए तमाम मैनुअल कार्यों को स्वचालित करती है। कंपनी का दावा है कि इस दृष्टिकोण के जरिये सेंस के ग्राहकों के लिए उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग औसतन 263 फीसदी बढ़ जाती है। धरनी ने कहा, ‘यह एशिया में व्यापक विस्तार के लिए हमारे क्षेत्रीय मुख्यालय के तौर पर काम करेगा जहां खुद 110 अरब डॉलर की बाजार क्षमता मौजूद है।’