Hdfc और एचडीएफसी बैंक (Hdfc Bank) के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। दोनों कंपनियों ने कहा है कि बीएसई और एनएसई ने SEBI की ओर से वारंट लिस्टिंग से जुड़े नियम में ढ़ील देने के बारे में सूचित किया है। इसका मतलब है कि लिस्टिंग के बाद एचडीएफसी बैंक के नाम पर वारंट की ट्रेडिंग होगी।
बता दें कि सेबी ने एससीआरआर (सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट (रेग्युलेशन) रूल) के रूल 19 (2) (b) के तहत एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी को राहत दी है। इससे अब एचडीएफसी बैंक के नाम से वारंट्स की ट्रेडिंग हो सकेगी।
क्या होता है स्टॉक वॉरंट्स ?
स्टॉक वॉरंट्स दरअसल एक कॉन्ट्रैक्ट की तरह ही होता है। ये एक निवेशक और कंपनी के बीच होता है। इस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए निवेशक को शेयर बेचने और खरीदने का अधिकार मिलता है।
कंपनियां अक्सर वारंट को बांड या अन्य सुरक्षा के साथ जोड़कर स्टॉक वारंट जारी करती हैं जिसका उपयोग वे पूंजी जुटाने के लिए करती हैं। वारंट निवेशकों को आकर्षित करने में मदद करता है और जारी करने वाली कंपनी के लिए संभावित भविष्य की पूंजी का भी प्रतिनिधित्व करता है।
एचडीएफसी बैंक का शेयर शुरूआती कारोबार में 1.71 प्रतिशत चढ़ गया
इस बीच एचडीएफसी बैंक का शेयर आज यानी गुरुवार को शुरूआती कारोबार में 1.71 प्रतिशत चढ़ गया। बैंक का स्टॉक बुधवार को 1608.3 प्रति शेयर पर बंद हुआ था। स्टॉक फिलहाल 1,641.05 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।
निवेशकों को आने वाले दिनों और हफ्तों में एचडीएफसी बैंक के शेयर की कीमत पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि यह खबर पर कैसी प्रतिक्रिया देता है।