सिंगापुर की सॉवरिन फंड जीआईसी और द फीनिक्स मिल्स (पीएमएल) ने आज कहा कि देश में खुदरा की अगुआई वाली मिश्रित इस्तेमाल वाली परिसंपत्तियां खड़ी करने और उसके परिचालन की खातिर 73.3 करोड़ डॉलर का संयुक्त उद्यम बनाया है। इस पोर्टफोलियो में जीआईसी अल्पांश हिस्सेदारी लेगी। परिसंपत्तियां मुंबई व पुणे के मुख्य इलाकों में विकसित की जाएगी।
पट्टे वाली खुदरा व ऑफिस स्पेस से जुड़ी ये परिसंपत्तियां अभी फीनिक्स मिल्स की सबसे ज्यादा अहम और अच्छा प्रदर्शन करने वाली परिसंपत्तियां हैं।
फीनिक्स मिल्स ने हाल में कोलकाता में मॉल बनाने के लिए कनाडा की सीपीपीआईबी के साथ संयुक्त उद्यम बनाया है। जीआईसी के मुख्य निवेश अधिकारी (रियल एस्टेट) ली कॉक सन ने कहा, हम देश के अहम इलाकों में अवस्थित सबसे अच्छी खुदरा परिसंपत्तियों के अधिग्रहण की खातिर बनाए जा रहे संयुक्त उद्यम में फीनिक्स मिल्स के साथ साझेदारी से खुश हैं। फीनिक्स मिल्स जैसी अग्रणी साझेदार (जिसके पास प्रबंधकीय कौशल है) के होते हुए हमारा मानना है कि संयुक्त उद्यम लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न सृजित करेगा। जीआईसी भारत में एक दशक से ज्यादा समय से निवेश कर रही है और भारतीय रियल एस्टेट बाजार को लेकर हमारा लंबी अवधि का मजबूत भरोसा है।
जीआईसी के सह-प्रमुख (रियल एस्टेट- एशिया) किशोर गोटेटे ने कहा, हम मान रहे हैं कि अप्रत्याशित वैश्विक संकट उपभोक्ताओं की धारणा पर असर डाल रहा है और अनिवार्य रूप से हुए लॉकडाउन से सभी कारोबारों के लिए चुनौतियां पैदा हुईं, खास तौर से रियल एस्टेट में।
हालांकि शहरीकरण, मध्य वर्ग की बढ़ती संख्या और उपभोक्तावाद में इजाफा आदि से भारत जिस तरह से लंबी अवधि का ढांचागत रफ्तार मुहैया करा रहा है, वह संयुक्त उद्यम का काफी फायदा पहुंचाएगा। हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय रियल एस्टेट का मजबूत प्रदर्शन जारी रहेगा क्योंकि संगठित खुदरा का विस्तार हो रहा है और जनसंख्या घनत्व काफी ज्यादा है। फीनिक्स मिल्स के चेयरमैन अतुल रुइया ने कहा, हम जीआईसी के साथ अपने संबंध का विस्तार कर खुशी महसूस कर रहे हैं। जीआईसी हमारी तरह की समझ रखने वाला और लंबी अवधि का साझेदार है, जो सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली खुदरा व वाणिज्यिक परिसंपत्तियों के सृजन, स्वामित्व व प्रबंधन को लेकर हमारे विजन को साझा करता है।