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फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare) 225 करोड़ रुपये में मेडोर हॉस्पिटल (Medeor Hospital) का अधिग्रहण करने वाली है। सोहिनी दास को दिए इंटरव्यू में फोर्टिस हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) आशुतोष रघुवंशी ने कारोबार विस्तार योजना पर चर्चा की। प्रस्तुत हैं इंटरव्यू के प्रमुख अंश:
हम अपना बहीखाता मजबूत करने और ऑपरेशन में सुधार करने पर ध्यान दे रहे हैं। 2019 में जब से मैं कंपनी के साथ जुड़ा हूं तब से यह हमारा प्रमुख लक्ष्य रहा है। हम अधिग्रहण के जरिये कारोबार विस्तार की योजना पर काम करते रहे हैं। हमारी इस रणनीति में कोई बदलाव नहीं आया है।
अधिग्रहण के जरिये कारोबार विस्तार से अगले दो-तीन वर्षों में हमारे अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तर (बेड) की संख्या बढ़कर 1,700 हो जाएगी। इस साल हम 200-300 अतिरिक्त बेड और जोड़ लेंगे। हम स्वयं अपने दम पर बेड की संख्या में 30 प्रतिशत और इजाफा कर लेंगे। पूंजी उपलब्ध होते ही हम उन बाजारों में भी अधिग्रहण करेंगे जहां हमारी पहले से उपस्थिति मौजूद हैं।
हमने करीब ढाई वर्ष पहले चेन्नई में आरकॉट रोड में अपने दूससे अस्पताल की शुरुआत की थी। मगर वहां हमारा कारोबार अब तक उम्मीद के अनुसार नहीं रहा है। फिलहाल हम यह सोच रहे हैं कि किस तरह इस सुविधा में कारोबार बढ़ाया जाए या आगे इसका क्या भविष्य हो सकता है। हम सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। हमारे सभी केंद्रों में गुणवत्ता पूर्ण काम होना चाहिए और उन्हें मुनाफे में रहना चाहिए।
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लोग अब दूसरे देशों से इलाज कराने (मेडिकल टूरिज्म) आ रहे हैं और यह सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। कुल मिलाकर हालत पहले जैसी हो गई है। दूसरे देशों से इलाज कराने आने वाले मरीजों की हमारे कुल कारोबार में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कुल मिलाकर मेडिकल टूरिज्म खंड में पिछले तीन-चार वर्षों में अच्छी बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि के दौरान हमारा कुल राजस्व भी काफी बढ़ा है। हमारे अस्पतालों में विदेश से इलाज कराने आने वाले लोगों की तादात 5-6 प्रतिशत दर से बढ़ रही है।
हम छोटे शहरों में 50-100 बेड के अस्पताल नहीं बनाएंगे। आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कारोबार का स्तर काफी मायने रखता है। जब तक 300 बेड नहीं होंगे तब तक जांच एवं चिकित्सा उपकरण लगाना कारोबार के लिहाज से फायदेमंद नहीं होगा। हम छोटे शहरों में छोटे अस्पताल शुरू करने पर विचार नहीं कर रहे हैं।
हां, हम छोटे शहरों में छोटे अस्तपतालों से साथ सहयोग कर सकते हैं। हमारे चिकित्सक उन्हें सलाह एवं स्वास्थ्य सेवाएं तैयार करने में मदद कर सकते हैं। एफएमआरआई में हमारे बोन-मैरो ट्रांसप्लांट केंद्र ने सार्वजनिक क्षेत्र के कई अस्तपालों को सलाह दी है।
मार्जिन मौजूदा स्तर पर ही रहेंगे जबकि राजस्व में 13-15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है। हमारा मार्जिन इस समय 17 प्रतिशत स्तर पर है और आने वाले समय में यह बेहतर होना चाहिए।