शीर्ष 10 ई-कॉमर्स फर्मों में पहुंची फ्लिपकार्ट

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 2:48 AM IST

ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट समूह ने 3.6 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई है, जिससे कंपनी का मूल्यांकन 37.6 अरब डॉलर हो गया है। एक साल के दौरान कंपनी के मूल्यांकन में 50 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। पिछले साल जुलाई में वॉलमार्ट की अगुआई में कंपनी ने 24.9 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 1.2 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई थी।
किसी भी भारतीय स्टार्टअप द्वारा अब तक जुटाई गई यह सबसे ज्यादा पूंजी है। जीआईसी, कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड, सॉफ्टबैंक विजन फंड 2 और वॉलमार्ट के साथ ही सॉवरिन फंडों डिसरप्ट एडी, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, खजाना नैशनल बरहाद जैसे निवेशकों ने फ्लिपकार्ट में निवेश किया है। इसके अलावा टेनसेंट, विलोबाई कैपिटल, अंतरा कैपिटल, फ्रैंकलिन टेम्पटन और टाइगर ग्लोबल ने भी कंपनी में निवेश किया है।
नई जुटाई गई पूंजी से फ्लिपकार्ट को एमेजॉन और मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस जियो मार्ट तथा टाटा डिजिटल को टक्कर देने में आसानी होगी। टाटा डिजिटल ने हाल ही में बिग बास्केट का अधिग्रहण किया है।
इस चरण के वित्त पोषण से फ्लिपकार्ट मूल्यांकन के लिहाज से दुनिया की शीर्ष 10 ई-कॉमर्स कंपनियों में शामिल हो गई है। इस सूची में एमेजॉन, अलीबाबा, शॉपिफाई जैसी कंपनियां हैं।
उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि ताजा रकम मिलने से फ्लिपकार्ट को 2022 तक अमेरिका में सूचीबद्घ कराने की योजना में फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इससे फ्लिपकार्ट के लिए आईपीओ लाने और मूल्यांकन 50 अरब से 60 अरब करने का आधार तैयार होगा। सूत्रों ने कहा कि इस सौदे से पहले फ्लिपकार्ट आईपीओ के लिए करीब 40 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर विचार कर रही थी। मामले के जानकार लोगों का कहना है कि फ्लिपकार्ट इस साल आईपीओ मंजूरी के लिए अमेरिकी नियामक के पास एस-1 फॉर्म जमा करा सकती है।
कंपनी के मूल्यांकन में वृद्घि बताती है कि भारत में ई-कॉमर्स का विकास कितनी तेजी से हो रहा है। फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्याधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘अग्रणी वैश्विक निवेशकों द्वारा कंपनी में निवेश भारत में डिजिटल ई-कॉमर्स के प्रति कंपनी के वादे और फ्लिपकार्ट की क्षमता पर भरोसे को दर्शाता है।’
फ्लिपकार्ट इस पूंजी के साथ देश में बढ़ते ग्राहक आधार की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों, तकनीक, आपूर्ति शृंखला और बुनियादी ढांचे पर निवेश जारी रखेगी। समूह का मुख्य ध्यान तकनीक का लाभ उठाकर अनौपचारिक व्यापार खंड को मदद करना है। फ्लिपकार्ट ने कहा कि इसका मतलब यह है कि हम फैशन उद्योग के साथ काम करेंगे और छोटे कारोबार की मदद करेंगे। कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम लाखों छोटे और मझोले भारतीय कारोबारों को तेजी से विकास करने में मदद पर ध्यान देंगे।
फ्लिपकार्ट के मूल्यांकन में वृद्घि स्वदेशी ई-कॉमर्स कंपनी के विकास और वैश्विक दिग्गज एमेजॉन को कड़ी टक्कर देने का प्रमाण है।
सीपीपी इन्वेस्टमेंट के फंडामेंटल इक्विटीज एशिया के प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक एगस टैनडिऑनो ने कहा कि संगठन का मानना है कि अगले दशक में भारत वैश्विक वृद्घि की अगुआई करेगा। उन्होंने कहा, ‘हम फ्लिपकार्ट के भारत में ई-कॉमर्स बाजार के विकास के प्रयास में मदद करना जारी रखेंगे।’
सूत्रों के अनुसार फ्लिपकार्ट पूंजी सृजन का अवसर भी दे रही है, जहां कर्मचारियों के पास 600 करोड़ रुपये के पुनर्खरीद में अपने ईसॉप्स भुनाने का विकल्प भी है। कृष्णमूर्ति ने कर्मचारियों से कहा था कि कंपनी का लक्ष्य 100 अरब डॉलर मूल्यांकन हासिल करना है।
सॉफ्टबैंक ने तीन साल पहले कंपनी से अपना सारा निवेश बेच दिया था, लेकिन एक बार फिर उसने फ्लिपकार्ट में निवेश किया है। सूत्रों के अनुसार 2018 में कंपनी से निकलने से पहले फ्लिपकार्ट में उसका 2.5 अरब डॉलर का निवेश था।

First Published : July 12, 2021 | 11:41 PM IST