एस्सार समूह जामनगर, गुजरात में पोली प्रोपिलीन संयंत्र लगाने के लिए तैयार है। इसके लिए वह दो कंपनियों से बातचीत भी कर रहा है।
लेकिन इसमें होने वाले निवेश और संयंत्र की क्षमता के बारे में समूह ने र्कोई जानकारी नहीं दी। एस्सार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह संयंत्र कंपनी के जामनगर स्थित विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज)में ही स्थापित किया जाएगा। यह सेज भारत के पश्चिमी तट पर स्थित है। दरअसल 60 प्रतिशत से ज्यादा कच्चे तेल की आपूर्ति इसी क्षेत्र से की जाती है।
उन्होंने बताया कि अभी संभावित गठजोड़ के लिए खाका तैयार किया जाना बाकी है क्योंकि अभी यह परियोजना अपने शुरुआती दौर में ही है। लेकिन कंपनी ने इस संयंत्र के लिए मंजूरी प्राप्त करने हेतु आवेदन कर दिया है।भारत में अभी रिलायंस ही पोली प्रोपिलीन की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी है। रिलायंस हर साल 10 लाख टन पोली प्रोपिलीन का उत्पादन करती है।
लेकिन एस्सार ने इस क्षेत्र में रिलायंस को टक्कर देने की ठान ली है। कंपनी यह संयंत्र अपनी रिफाइनरी के नजदीक ही लगाएगी। इस रिफाइनरी की स्थापना 2006 में की गई थी।देश में आम तौर पर रिफाइनरी सरकारी तेल कंपनियों के ही अधिकार क्षेत्र में आती हैं।लेकिन गुजरात में एस्सार की यह रिफाइनरी देश की दूसरी निजी रिफाइनरी है। इस रिफाइनरी की सालाना क्षमता 105 लाख टन है।
कंपनी के सूत्रों के मुताबिक एस्सार ने इस रिफाइनरी को अभी यूरो-2 और यूरो-3 ग्रेड के पेट्रोल और डीजल के उत्पादन के हिसाब से तैयार कियोे है। नई तकनीक के इस रिफाइनरी में लगने के बाद रिफाइनरी सबसे एसिडिक और हैवी क्रूड का उत्पादन करेगी।