कार कंपनियां नए मॉडल लाने से पहले इन्वेंट्री जल्दी निकालने के लिए अगस्त में भी यात्री वाहनों पर भारी त्योहारी छूट दे रही हैं। विभिन्न कंपनियां अपने वाहनों पर 40,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक की छूट दे रही हैं। इस महीने रक्षाबंधन और गणेश चतुर्थी होने के कारण छूट लगभग पिछले साल के समान है।
साल 2024 में कार कंपनियों ने अनबिके स्टॉक निकालने के लिए भारी प्रोत्साहन दिया था। इसमें कम बिकने वाली कारों पर औसत नकद छूट और एक्सचेंज बोनस 60,000 से 1 लाख रुपये तक थी। हालांकि इस साल लोकप्रिय हैचबैक और सिडैन कारों पर 40,000 से 80,000 रुपये के बीच छूट दी जा रही है जबकि चुनिंदा एसयूवी और एमपीवी पर 1 लाख रुपये से ज्यादा के लाभ मिल रहे हैं।
देश में सालाना कारों की कुल बिक्री का करीब एक-चौथाई त्योहारों के दौरान बिकती हैं और मूल उपकरण विनिर्माता आम तौर पर मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन बढ़ाते हैं। मगर त्योहारों की शुरुआत में ग्राहकों को लुभाने के लिए छूट अपेक्षाकृत कमजोर मांग का संकेत है। जुलाई में यात्री कारों की खुदरा बिक्री मासिक आधार पर 2 अंक में बढ़ी मगर पिछले साल की तुलना में बिक्री में मामूली गिरावट आई।
डीलरों का कहना है कि प्रीमियम हैचबैक पर ज्यादा छूट का उद्देश्य बढ़ती मासिक किस्त से राहत देना और त्योहारों पर नए लॉन्च से पहले अनबिके स्टॉक को निकालना है।
टाटा मोटर्स समूह के सीएफओ पी बालाजी का कहना है कि बाजार में पेट्रोल-डीजल इंजन वाले वाहनों पर ज्यादा छूट मिल रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी त्योहारी सीजन से पहले और उसके दौरान डीलरों के पास अनबिके वाहनों की तादाद घटाने की कवायद में जुटी है ताकि और भारी छूट देने की जरूरत से बचा जा सके। बालाजी ने कहा कि हमारा ध्यान थोक बाजार हिस्सेदारी के बजाय खुदरा बिक्री बढ़ाने पर है।
कार डीलरों का यह भी कहना है कि त्योहारी मौसम तक छूट बनी रह सकती है क्योंकि कंपनियां नए वाहनों के बाजार में आने और उच्च ब्याज दर के लंबे समय तक बने रहने के बीच खरीदारों को लुभाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। अगर सितंबर-नवंबर के दौरान खुदरा मांग बढ़ती है तो साल के अंत में छूट कम की जा सकती है।
पिछले साल की तुलना में इस साल कंपनियों के बीच छूट में काफी असमानता दिख रही है। पिछले साल लगभग सभी तरह के वाहनों पर छूट दी जा रही थी लेकिन इस बार लक्षित छूट की पेशकश की जा रही है। कम बिकने वाली कारों और पिछले मॉडल-वर्ष के अनबिके वाहनों पर ज्यादा छूट मिल रही है। विश्लेषकों का कहना है कि कार कंपनियां बिक्री बढ़ाने देने के साथ-साथ लाभप्रदता को भी ध्यान में रख रही है।
इस महीने कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में ह्युंडै क्रेटा, किया सेल्टोस और मारुति सुजूकी ग्रैंड विटारा पर 45,000 से 80,000 रुपये के बीच छूट उपलब्ध है। प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट में मारुति बलेनो, ह्युंडै आई20 और टाटा अल्ट्रोज 30,000 से 60,000 रुपये की छूट के साथ बेची जा रही हैं।
एंट्री-लेवल हैचबैक और सिडैन में भी काफी छूट उपलब्ध है। मारुति ऑल्टो के10, रेनो क्विड और ह्युंडै ग्रैंड आई10 निओस पर 25,000 से 50,000 रुपये की छूट व लाभ उपलब्ध हैं। होंडा अमेज, मारुति डिजायर और ह्युंडै ऑरा जैसी कॉम्पैक्ट सिडैन पर 35,000 से 70,000 रुपये तक के लाभ मिल रहे हैं। ह्युंडै वरना और होंडा सिटी सहित मिड सिडैन सेगमेंट में चुनिंदा कारों पर 1 लाख रुपये तक की छूट मिल रही है।
टोयोटा इनोवा क्रिस्टा और टाटा सफारी पर 50,000 से 1.2 लाख रुपये तक के लाभ की पेशकश की जा रही है जबकि महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन और एक्सयूवी700 को कुछ बाजारों में 40,000 से 80,000 रुपये की छूट पर बेचा जा रहा है। हालांकि ज्यादा मांग वाली कारों पर अधिक छूट नहीं मिल रही है।
त्योहारी मौसम में कार कंपनियां कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच अनबिके वाहनों को निकालने की कोशिश कर रही हैं। कॉम्पैक्ट हैचबैक में मारुति सेलेरियो और वैगन आर पर 55,000 से 60,000 के बीच छूट दी जा रही है जो डीलरशिप पर वेरिएंट और स्टॉक के स्तर पर निर्भर करता है। ग्रैंड आई10 निओस पर कुछ शहरों में 50,000 रुपये तक की नकद छूट और एक्सचेंज बोनस दिया जा रहा है।
छोटी और मझोली एसयूवी में भी छूट उपलब्ध है। मारुजि ब्रेजा 40,000 से 55,000 रुपये, ह्युंडै वेन्यू 45,000 से 55,000 रुपये, टाटा की नेक्सन 50,000 रुपये तक और महिंद्रा एक्सयूवी300 कुछ शहरों में 60,000 से 70,000 रुपये की रियायत के साथ उपलब्ध है। बड़ी एसयूवी में टाटा हैरियर पर मॉडल वर्ष और वेरिएंट के आधार पर 75,000 से 1 लाख रुपये तक की छूट दी जा रही है।