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चीनी वाहन निर्माता बीवाईडी की भारत में विनिर्माण इकाई लगाने की योजना वीजा में अटकती दिख रही है। इस घटनाक्रम के जानकार कई अधिकारियों का कहना है कि विदेश मंत्रालय ने कई हितधारकों के साथ चर्चा के लिए भारत यात्रा के लिए कंपनी के प्रमुख अधिकारियों के वीजा को मंजूरी नहीं दी है।
सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार के मानदंडों में ढील देने के बाद कंपनी इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार करेगी। कंपनी ने मंगलवार को उन रिपोर्टों का सार्वजनिक रूप से खंडन किया जिनमें कहा गया था कि वह हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) के साथ भागीदारी में तेलंगाना में कारखाना लगाने की योजना बना रही है। हालांकि दूसरे सूत्र ने इसकी पुष्टि की कि बीवाईडी अन्य स्थानीय भागीदार को जोड़ने के प्रयास के तहत तमिलनाडु के साथ भी बातचीत कर रही है। तमिलनाडु सरकार पहले ही कंपनी के साथ आपूर्तिकर्ता पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ी कंपनियों की बैठक कर चुकी है।
यह दूसरी बार है जब कंपनी की भारत में निर्माण महत्त्वाकांक्षाओं को नियामकीय बाधाओं का सामना करना पड़ा है। इससे पहले केंद्र ने 2023 में एक प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। एक अन्य राज्य के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने नाम नहीं छापे जाने के अनुरोध के साथ बताया, ‘जब हमने बीवाईडी से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि वे भारत में विनिर्माण करना चाहते हैं, लेकिन अभी स्थिति अनुकूल नहीं है क्योंकि कंपनी अपने पेशेवरों को स्वतंत्र रूप से आने-जाने के लिए वीजा हासिल करने में असमर्थ है।’ अधिकारी ने कहा, ‘मौजूदा समय में निवेश की योजना बनाना असंभव है। जब भारत सरकार पाबंदियां हटा लेगी, बीवाईडी अपनी योजनाओं पर फिर से विचार करेगी।’बीवाईडी और विदेश मंत्रालय ने बिजनेस स्टैंडर्ड के सवालों का जवाब नहीं दिया है। हालांकि, तमिलनाडु के एक शीर्ष अधिकारी ने पुष्टि की कि वीजा संबंधी मुद्दे इस समय वैश्विक दिग्गज के भारत आने में बाधा पैदा कर रहे हैं।
तमिलनाडु सरकार के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, ‘अगर कोई राज्य बीवाईडी के साथ आगे के दौर की बातचीत कर रहा है तो वह वह तमिलनाडु है। हम राज्य में संभावित आपूर्तिकर्ता पारिस्थितिकी तंत्र कंपनियों के साथ पहले ही एक दौर की बैठकें कर चुके हैं। हालांकि, संबंधित हितधारकों के साथ चर्चा करने के लिए कंपनी के शीर्ष अधिकारियों को केंद्र सरकार से वीजा की मंजूरी मिलना अभी बाकी है।’
यदि तमिलनाडु के साथ वार्ता सफल होती है तो यह पिछले दो वर्षों में राज्य में बड़े निवेश की घोषणा करने वाली दूसरी वैश्विक प्रमुख कंपनी होगी। इससे पहले टेस्ला की वैश्विक प्रतिद्वंद्वी और वियतनाम की प्रमुख कंपनी विनफास्ट ने तूत्तुकुडि में 2 अरब डॉलर की इकाई की स्थापना शुरू की है जिसके इस वर्ष के मध्य तक चालू होने की उम्मीद है। चीन की ईवी निर्माता ने 2024 की तीसरी तिमाही में बिक्री के मामले में अमेरिका की टेस्ला को पीछे छोड़ दिया।