उड़ीसा के गजपति जिले में स्थित सेंचुरियन स्कूल ऑफ रूरल एंटरप्राइज मैनेजमेंट (सीएसआरईएम) ने राजीव गांधी उद्यमी मित्र योजना (आरजीयूएमवाई) के तहत महिला स्व-सहायता समूह (एसएचजी) के लगभग 500 सदस्यों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है।
इन सदस्यों को सीएसआरईएम के एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीटयूट (ईडीआई) में प्रशिक्षित किया जाएगा। ईडीआई की स्थापना केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) के समर्थन से सीएसआरईएम द्वारा की गई है। ईडीआई को पहली पीढ़ी के उद्यमियों को सहायता मुहैया कराने के लिए आरजीयूएमवाई के तहत एक प्रमुख एजेंसी के तौर पर चुना गया है।
ग्रामीण युवाओं को लघु एवं मझोले उद्यमी बनाने के लिए उन्हें उद्यमशीलता का प्रशिक्षण मुहैया कराने हेतु सीएसआरईएम को एमएसएमई मंत्रालय से 1 करोड़ रुपये और उड़ीसा सरकार से 5 लाख रुपये का अनुदान पहले ही हासिल हो चुका है।
सीएसआरईएम को संचालित करने वाले सेंचुरियन गु्रप ऑफ इंस्टीटयूशंस (सीजीआई) की चेयरमैन मुक्ति मिश्रा ने कहा, ‘हमने 2010 के अंत तक उड़ीसा के 18 जिलों में महिला स्व-सहायता समूहों के लगभग 500 सदस्यों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उड़ीसा सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से सीएसआरईएम द्वारा शुरू किया जाएगा।’
उड़ीसा सरकार के महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने 500 महिलाओं को प्रशिक्षित किए जाने के लिए 2 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उद्यमशीलता के सभी क्षेत्रों पर महिलाओं को प्रशिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा और इस कार्यक्रम का लक्ष्य ‘स्व-रोजगार शक्ति सहायिकाज’ या एसएचजी फैसिलिटेटर्स का समूह तैयार करना है।
आरजीयूएमवाई के तहत उद्यमी मित्र या प्रमुख एजेंसियों को पहली पीढ़ी के क्षमतावान उद्यमियों के लिए सहायता मुहैया कराने के लिए वित्तीय मदद दी जाएगी।
आरजीयूएमवाई के तहत 500 महिला सदस्यों को प्रशिक्षण मुहैया कराने के अलावा सीजीआई को उड़ीसा में एक क्लस्टर डायग्नॉस्टिक स्टडी के संचालन के लिए केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय की ओर से 25 लाख रुपये का अनुदान मिल चुका है। सीजीआई ने वेल्डिंग से जुड़े पाठयक्रमों की पेशकश के लिए इंडियन वेल्डिंग इंस्टीटयूट के साथ भी करार किया है।
