Byju's CEO Raveendran
Byju’s Crisis: संकट से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजू (Byju’s) के संस्थापक रवींद्रन ने खुद को सीईओ पद से हटाए जाने की खबरों के बीच कर्मचारियों को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि वह अभी भी कंपनी के सीईओ है और कंपनी के प्रबंधन में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कंपनी के शेयरहोल्डर्स द्वारा शक्रवार को आयोजित की गई बैठक के बाद Raveendran ने ईजीएम (Extraordinary General Meeting) को तमाशा करार दिया। बता दें कि कंपनी के प्रमुख निवेशकों ने यह ईजीएम बुलाई थी। उन्होंने कंपनी के निदेशक मंडल को बदलने और बैजू रवींद्रन की पत्नी और कंपनी की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ तथा उनके भाई ऋजु रवींद्रन को बोर्ड से हटाने के प्रस्ताव को भी पारित कर दिया। रवींद्रन और उनका परिवार इस बैठक में शामिल नहीं हुआ। बता दें कि रवींद्रन और उनके परिवार के पास कंपनी में 26.3 फीसदी की हिस्सेदारी है।
यह भी पढ़ें: Byju’s पर NCLT में मुकदमा, प्रमुख निवेशकों ने प्रबंधन पर लगाए प्रताड़ना और कुप्रबंधन के आरोप
इसके अलावा, Byju’s प्लेटफॉर्म का संचालन करने वाली कंपनी थिंक एंड लर्न (टी एंड एल) ने ईजीएम द्वारा किए गए मतदान को ‘अमान्य’ बताते हुए इसे नकार दिया।
कर्मचारियों को लिखा पत्र
Byju Raveendran ने शनिवार को कर्मचारियों से कहा कि कंपनी के सीईओ होने के नाते वह यह पत्र लिख रहे हैं। उन्होंने यह साफ कहा कि कंपनी का सीईओ वही रहेंगे। कंपनी के मैनेजमेंट और बोर्ड में कोई बदलाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बैठक में लिए गए फैसले महत्व नहीं रखते, क्योंकि वह नियमों के खिलाफ लिए गए हैं। साथ ही Raveendran ने कहा कि बिजनेस जैसे पहले चल रहा था वैसी ही चलता रहेगा। उन्होंने पत्र में लिखा कि वह जानते हैं कि उनके खिलाफ मीडिया ट्रायल किया जा रहा है। लेकिन उनको विश्वास है कि सच जल्द ही सबके सामने आएगा।
यह भी पढ़ें: EGM में Byju’s के निवेशक बोले… रवींद्रन हटें; कंपनी ने फाउंडर के खिलाफ वोटिंग को बताया अमान्य
उन्होंने लिखा कि कर्नाटक कोर्ट ने यह साफ कहा है कि बैठक में लिया गया कोई भी निर्णय को समाधान होने तक प्रभावी नहीं किया जाएगा। Byju Raveendran ने कहा कि इस पूरे नाटक के बावजूद मैनेजमेंट का पूरा फोकस कंपनी को सही तरह से चलाने पर रहेगा।
इस वजह से नहीं माना जाएगा शेयरहोल्डर्स का फैसला
शुक्रवार को हुई EGM में भले ही रवींद्रन को हटाने का फैसला लिया गया हो, मगर कंपनी ने इसे अमान्य बताया है। इसकी वजह यह भी है कि EGM बुलाए जाने पर उसमें जरूरी कोरम नहीं हुआ तो ऐसे में एजेंडा पर चर्चा या वोटिंग को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। ऐसे में अब इस मसले को लेकर निवेशकों को 13 मार्च तक का इंतजार करना होगा। उसके बाद ही बैठक का फैसला लागू होगा या नहीं, इसपर फैसला लिया जा सकेगा।
यह भी पढ़ें: Byju’s के निवेशकों ने दायर किया NCLT में मुकदमा, फॉरेंसिक ऑडिट से लेकर राइट्स इश्यू को अमान्य घोषित करने की मांग की
13 मार्च को कर्नाटक हाईकोर्ट करेगा सुनवाई
कर्नाटक हाईकोर्ट 13 मार्च को EGM बुलाने के कुछ शेयरहोल्डर्स के कदम को चुनौती देने वाली बैजू रवींद्रन की याचिका पर सुनवाई करेगा।
हालांकि, कर्नाटक हाई कोर्ट ने 21 फरवरी को Byju’s में 32 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले शेयरहोल्डर्स की ओर से सामूहिक रूप से बुलाई गई EGM पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। लेकिन उसने यह भी कहा था कि बैठक में पारित कोई भी प्रस्ताव अगली सुनवाई तक प्रभावी नहीं होगा।