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भारत में मुनाफे के दो साल बाद बोर्जो ने वैश्विक विस्तार की योजना बनाई

बोर्जो मार्च 2026 तक भारत और अन्य चार वैश्विक बाजारों में मुनाफा बढ़ाने के लिए नए बिजनेस और सब्सक्रिप्शन मॉडल का परीक्षण कर रहा है।

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अजिंक्या कवाले   
Last Updated- September 27, 2025 | 11:01 AM IST

लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म बोर्जो का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक 5 मुख्य वैश्विक बाजारों में मुनाफे को बढ़ाया जाए। सबसे बड़े बाजार, भारत में मुनाफा सकारात्मक होने के लगभग दो साल बाद कंपनी ने यह लक्ष्य रखा है। मुंबई की यह कंपनी छोटे और मझोले कारोबारों (एसएमबी) को मांग के आधार पर डिलिवरी सेवाएं देती है। यह कंपनी 2024 में भारत में मुनाफे में आ गई।

बोर्जो की मुख्य कार्य अधिकारी अलीना किसिना ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘अगला कदम, मार्च 2026 तक पूरी कंपनी को मुनाफे के स्तर पर लाना है। हमारी स्थिति यह है कि हमारे पास बहुत पैसा नहीं है ऐसे में हमें अपने समाधानों में रचनात्मक होना होगा और अपने राइडर या ग्राहकों को सब्सिडी नहीं देनी होगी। हम कभी भी अपनी समकालीन कंपनियों के साथ कीमतों के मोर्चे पर मुकाबला नहीं करेंगे।’ कंपनी के 3.75 लाख वैश्विक ग्राहकों में से 90 फीसदी से अधिक में भारत का योगदान है और ऐसे में वैश्विक स्तर पर मुनाफे को एक स्वाभाविक कदम के रूप में देखा जा रहा है। फिलहाल यह कंपनी तुर्किए, ब्राजील, मेक्सिको और इंडोनेशिया जैसे अन्य देशों में भी मौजूद है।

नया मॉडल

किसिना ने कहा कि कंपनी भारत के चुनिंदा शहरों में नए बिजनेस मॉडल के साथ ‘प्रयोग’ कर रही है। ऐसी ही एक पहल ग्राहकों के लिए कूरियर देने वाले अपने राइडर के लिए सबस्क्रिप्शन आधारित मॉडल का परीक्षण करना है। उन्होंने कहा, ‘हम सबस्क्रिप्शन के साथ एक प्रयोग कर रहे हैं जहां राइडर को कमीशन नहीं देना पड़ता है बल्कि एक बार सबस्क्रिप्शन शुल्क देना होता है। इससे वे मंच पर बने रहते हैं क्योंकि वे आखिरकार अधिक कमाई करेंगे।’

कंपनी एक ऐसे बाजार में अपने मॉडल में ये बदलाव कर रही है जहां अंशकालिक कामगारों (गिग वर्कर) के पास कई लॉजिस्टिक्स मंच, फूड डिलीवरी एग्रीगेटर, क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ काम करने का विकल्प है। फिलहाल कंपनी के पास भारत में 40,000 सक्रिय राइडर हैं।

First Published : September 27, 2025 | 11:01 AM IST