ऑनलाइन किराना फर्म बिगबास्केट ने मुनाफे की स्थिति में आने के बाद 2025 में अपना आईपीओ लाने की योजना बनाई है। टाटा डिजिटल की इकाई बिगबास्केट के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी हरि मेनन ने मुंबई में पत्रकारों को बताया कि कंपनी नई पेशकश ‘बीबी नाउ’ की सफलता के साथ अगले 6-8 महीने में मुनाफे में आ जाएगी।
मेनन ने संकेत दिया कि आईपीओ में प्राथमिक और सेकंडरी शेयर बिक्री, दोनों शामिल होंगी, लेकिन उन्होंने इस बारे में ज्यादा जानकारी साझा नहीं की। वर्ष 2022 में, टाटा डिजिटल से 20 करोड़ डॉलर जुटाने के बाद कंपनी का मूल्यांकन 3.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
आईपीओ की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर मेनन ने कहा, ‘हम शायद 2025 में आईपीओ ले आएंगे। लेकिन हम इसे टाटा पर छोड़ रहे हैं, इस बारे में हमारा मार्गदर्शन करने और सलाह देने के लिए उनसे बेहतर कोई नहीं हो सकता।’
निवेश जुटाने के सवाल पर मेनन ने कहा कि व्यवसाय को मौजूदा निवेश के लिए पूंजी की जरूरत है जो आईपीओ से पहले टाटा समूह से जुटाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर निवेश प्रौद्योगिकी, विपणन और लोगों से जुड़ा हुआ है। मेनन ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में करीब 12,000 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 30-35 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि का लक्ष्य रखा है।
मुनाफे के मोर्चे पर उन्होंने कहा कि हमारा व्यवसाय अगले 6-8 महीने में मुनाफे में आ जाएगा, जब बीबी नाउ के तहत कंपनी 10 मिनट में उत्पाद की डिलिवरी में सक्षम हो जाएगी। मेनन ने यह भी स्पष्ट किया कि बिगबास्केट के प्रतिस्पर्धियों के विपरीत, कंपनी व्यापक ई-कॉमर्स क्षेत्र में प्रवेश करने की योजना नहीं बना रही है।
उन्होंने कहा, ‘हम एक ग्रोसर हैं और फूड ऐंड ग्रोसरी स्पेस में बने रहना तथा एक मजबूत कंपनी बनना चाहेंगे। क्विक कॉमर्स सेगमेंट में, हम एक्सेसरीज, इलेक्ट्रॉनिक समेत ऐसे कुछ उत्पाद जोड़ सकते हैं , जिसे किराना स्टोर भी रखते हैं।’
जब मेनन से पूछा गया कि क्या बिगबास्केट के लिए क्यू-कॉमर्स का बड़ा योगदान होगा, क्योंकि कई कंपनियों ने उपयोगकर्ताओं से इस सेगमेंट में अच्छी तेजी देखी है, तो उन्होंने कहा कि कंपनी के लिए डिलिवरी की स्लॉटेड श्रेणी ज्यादा दमदार होगी।