वित्त वर्ष 25-26 की दूसरी तिमाही के दौरान वाहन क्षेत्र के राजस्व में 9 से 12 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है। विश्लेषकों के अनुसार अच्छी बिक्री (जीएसटी सुधारों के बाद) और बेहतर प्राप्तियों की वजह से ऐसा हो सकता है। अधिकांश ब्रोकरेज फर्मों के पूर्वानुमान के अनुसार एबिटा में 10 से 11 प्रतिशत तक की वृद्धि होने की उम्मीद है। राजस्व वृद्धि मुख्य रूप से दोपहिया, यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों के मामले में उद्योग की वृद्धि दर एक अंक में निम्न से मध्य स्तर पर रह सकती है जबकि ट्रैक्टरों के मामले में दो अंकों की वृद्धि संभव है।
विभिन्न श्रेणियों के बीच ट्रैक्टरों की देसी बिक्री में पिछले साल की तुलना में 31 प्रतिशत, वाणिज्यिक वाहनों में 10 प्रतिशत और दोपहिया वाहनों में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। यात्री वाहनों में एक प्रतिशत की थोड़ी सी गिरावट आई।
नुवामा के विश्लेषकों को उम्मीद है कि उनके विश्लेषण में शामिल कंपनियों के एबिटा में 10 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। उसका मानना है कि जीएसटी दरों में कटौती, नए मॉडलों और सरकारी कर्मचारियों के लिए आगामी वेतन आयोग, ब्याज दर तथा आयकर सुधारों के लाभ वाहन क्षेत्र के लिए सकारात्मक बात है। उसकी शीर्ष पसंद में मारुति सुजूकी इंडिया, टीवीएस, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा आदि शामिल हैं। अलबत्ता दूसरी तिमाही में एबिटा मार्जिन में गिरावट आ सकती है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा कि अधिक छूट और विज्ञापन खर्चों के कारण सालाना आधार पर अपेक्षित एबिटा मार्जिन में गिरावट आएगी और आंशिक तौर पर इसकी भरपाई बेहतर वाहन मेल (तथा अधिक निर्यात भी) और पिछले वर्ष की तुलना में कीमतों में वृद्धि से होगी।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि उसे उम्मीद है कि एबिटा मार्जिन में पिछले साल के मुकाबले 20 आधार अंक तक की गिरावट आ सकती है। अधिक छूट, अधिक विज्ञापन खर्च और टैरिफ संबंधी नुकसान के कारण ऐसा होगा। लेकिन टाटा मोटर्स को छोड़ दें तो इसमें एबिटा मार्जिन में पिछल साल के मुकाबले 30 आधार अंक की वृद्धि होगी। विदेशों में कारोबार से जुड़ी कंपनियों की तिमाही कमजोर रह सकती है।
विभिन्न क्षेत्रों में के बीच ट्रैक्टरों की दमदार वृद्धि को ग्रामीण क्षेत्र के सकारात्मक मनोबल का समर्थन मिला है। एमऐंडएम के कृषि अनुभाग का राजस्व 28 प्रतिशत बढ़ सकता है। बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं के अमल में तेजी ने वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री को 10 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है।
नुवामा ने टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक अनुभाग के मामले में 11 प्रतिशत और अशोक लीलैंड के मामले में 8 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि का अनुमान लगाया है। दोपहिया बिक्री में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और निर्यात में 30 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ। बजाज ऑटो और हीरो मोटोकॉर्प के राजस्व में दूसरी तिमाही के दौरान 13 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है।
घरेलू यात्री वाहन उद्योग के वॉल्यूम में एक प्रतिशत की गिरावट आई जबकि निर्यात में लगभग 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई।