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ट्रे़ड वॉर से भारत को होगा फायदा, Apple का बड़ा फैसला, अमेरिका जाने वाला iPhone अब पूरी तरह यहीं बनेगा!

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की सरकार द्वारा लगाए गए बढ़ते टैरिफ—जो कुछ चीनी वस्तुओं पर 100% से भी ज्यादा हो चुके हैं—ने चीन में उत्पादन को काफी महंगा बना दिया है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 25, 2025 | 3:41 PM IST

टेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी Apple अगले साल से अमेरिका के लिए बनाए जाने वाले सभी iPhone मॉडलों की असेंबली भारत में शिफ्ट करने की योजना बना रहा है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के चलते Apple अपनी सप्लाई चेन डाइवर्सिफिकेशन की प्रक्रिया को तेज कर रहा है। कंपनी का लक्ष्य 2026 के अंत तक हर साल अमेरिका में बिकने वाले 6 करोड़ से ज्यादा iPhones का उत्पादन पूरी तरह से भारतीय फैक्ट्रियों में शिफ्ट करना है। यह कदम Apple के दशकों में सबसे बड़े मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट में से एक माना जा रहा है और यह भारत में कंपनी के हालिया निवेश पर आधारित है।

ट्रंप टैरिफ से चीन में मैन्युफैक्चरिंग महंगी हुई

फिलहाल Apple अपनी असेंबली के लिए चीन में फॉक्सकॉन (Foxconn) जैसे पार्टनर्स पर काफी हद तक निर्भर है। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की सरकार द्वारा लगाए गए बढ़ते टैरिफ—जो कुछ चीनी वस्तुओं पर 100% से भी ज्यादा हो चुके हैं—ने चीन में उत्पादन को काफी महंगा बना दिया है। हालांकि स्मार्टफोन को फिलहाल सबसे ऊंचे टैरिफ स्लैब से अस्थायी छूट मिली हुई है, लेकिन फिर भी अमेरिका में आने वाले चीन में बने डिवाइस पर 20% का शुल्क लागू है।

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भारत में Apple का प्रोडक्शन तेजी से बढ़ा

Apple ने भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस को Tata Electronics और Foxconn जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी के जरिए तेजी से विस्तार दिया है। Foxconn चीन से कंपोनेंट सेट्स आयात कर रही है और iPhone की असेंबली का काम भारत में कर रही है। मार्केट इंटेलिजेंस फर्म IDC के हालिया आंकड़ों के मुताबिक, साल 2025 की पहली तिमाही में भारत से 30 लाख से ज्यादा iPhones की शिपिंग हुई, जबकि इसी दौरान भारत का समग्र स्मार्टफोन बाजार सिकुड़ा है। सिर्फ Foxconn ने ही मार्च में 1.31 अरब डॉलर के Apple डिवाइसेज अमेरिका को एक्सपोर्ट किए, जिससे साल 2025 में अब तक अमेरिका भेजे गए Apple उत्पादों की कुल शिपमेंट 5.3 अरब डॉलर तक पहुंच गई। इसमें iPhone 13, 14, 16 और 16e जैसे विभिन्न मॉडल शामिल हैं।

इसके अलावा, Apple अपनी मौजूदा भारतीय उत्पादन क्षमता को दोगुना करने की योजना बना रहा है और साथ ही रिटेल ऑपरेशन्स का विस्तार करते हुए बेंगलुरु, पुणे, दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में चार नए स्टोर खोलने की तैयारी में है। कंपनी पहले से ही भारत में 3,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देती है और अब मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल से जुड़ी भूमिकाओं के लिए सैकड़ों नई नौकरी की वैकेंसी भी जारी कर चुकी है।

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भारत बन रहा टेक कंपनियों का नया मैन्युफैक्चरिंग हब

Apple अकेली ऐसी टेक कंपनी नहीं है जो भारत की ओर रुख कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Samsung भी अब वियतनाम से स्मार्टफोन प्रोडक्शन भारत शिफ्ट करने पर विचार कर रही है, क्योंकि वियतनामी आयात पर 46% का भारी टैरिफ लगा दिया गया है।

वहीं, Google की पेरेंट कंपनी Alphabet Inc भी भारत में प्रोडक्शन लाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी Dixon Technologies और Foxconn जैसे मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स के साथ बातचीत कर रही है ताकि वियतनाम में हो रहे Pixel स्मार्टफोन के कुछ हिस्से का निर्माण भारत में शिफ्ट किया जा सके।

First Published : April 25, 2025 | 3:24 PM IST