आदित्य बिड़ला समूह की वित्तीय सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनियों के समूह आदित्य बिड़ला नूवो की जल्द ही 1,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी के जीवन बीमा कारोबार के विस्तार के लिए किया जाएगा। पैसा जुटाने के लिए कंपनी कई विकल्पों पर विचार कर रही है लेकिन अभी तक किसी भी विकल्प पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है।
इस मामले से जुड़े एक बैंकर का कहना है कि बाजार की हालत सुधर रही है, इसलिए राइट्स इश्यू भी आ सकते हैं। इसके अलावा तरजीही शेयरों और प्रवर्तक गारंटी वाले पूर्ण परिवर्तनीय चालान भी कंपनी के एजेंडे में है।
कंपनी प्रवर्तकों के वारंटों से भी 4,000 करोड़ रुपये उगाहने की सोच रही है। अप्रैल 2008 में कंपनी ने 2,007.45 रुपये के कन्वर्जन मूल्य पर कंपनी के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला को 2.5 करोड़ वारंट जारी किए थे। ये वारंट इस साल सितंबर में परिपक्व होने हैं।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी का शेयर बुधवार को 528.10 रुपये पर बंद हुआ। कर्न्वजन मूल्य के लिहाज से यह कीमत 74 फीसदी कम है। इसलिए कंपनी इस विकल्प का इस्तेमाल तो नहीं ही करेगी। आदित्य बिड़ला नूवो के मुख्य वित्त अधिकारी सुशील अग्रवाल कहते हैं, ‘पैसे जुटाने के लिए अभी तक हमने किसी विकल्प को तय नहीं किया है। इस मामले में फैसला लेने में दो या तीन हफ्तों का वक्त लग सकता है।’
31 मार्च 2009 तो समाप्त हुई चौथी तिमाही में कंपनी को बीमा, रिटेल और बीपीओ कारोबार में 141 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। अगर पूरे साल की बात करें तो वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान कंपनी को कुल 430.52 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है जबकि एक साल पहले कंपनी को 150.78 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
कंपनी की योजना जीवन बीमा कारोबार पर ध्यान लगाने की है और 2010-11 तक कंपनी के कुल राजस्व में बीमा की हिस्सेदारी 50 फीसदी होने की उम्मीद है।
रकम जुटाने के लिए विकल्प की तलाश
बाजार सुधरने से राइट इश्यू की बढ़ी संभावनाएं
जुटाई रकम का इस्तेमाल होगा बीमा कारोबार के विस्तार में
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को हुआ है घाटा
